IND vs BAN : भारत और बांग्लादेश के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जा रही है। सीरीज का पहला मैच भारतीय टीम जीत चुकी है और अब दूसरे टेस्ट की बारी है। दूसरा टेस्ट मैच 22 दिसंबर से मीरपुर में खेला जाना है। पहला मैच टीम इंडिया ने शानदार तरीके से 227 रनों से अपने नाम किया था। अब भारत की नजर दूसरा मैच जीतने पर है, ताकि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में एंट्री की जा सके। इस बीच टीम इंडिया का दूसरे टेस्ट में कॉबिनेशन क्या होगा, इसको लेकर स्थिति अभी साफ नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि दूसरे टेस्ट में भी पहले मैच की इलेवन ही खेल सकती है, इसमें बहुत ज्यादा बदलाव होने की संभावना कम नजर आ रही है। लेकिन सभी की नजरें उस तेज गेंदबाज पर हैं, जिसे करीब 12 साल बाद भारतीय टीम में जगह मिली है। क्या वो खिलाड़ी वापस टीम इंडिया के लिए खेल पाएगा या नहीं।
जयदेव उनादकट पर होगी सभी की नजरें
दरअसल पूरी बांग्लादेश सीरीज के दौरान टीम इंडिया इंजरी से जूझती रही है। पहले कुछ खिलाड़ी वन डे सीरीज से घायल होकर बाहर हो गए और अब टेस्ट में ही ऐसा ही हो रहा है। जब टीम का ऐलान किया गया था, तब मोहम्मद शमी टीम में शमिल थे, लेकिन बाद में इंजरी के कारण उनकी जगह जयदेव उनादकट को भारतीय टीम में शामिल किया गया। खास बात ये है कि जयदेव उनादकट करीब 12 साल बाद भारतीय टेस्ट टीम में वापसी कर रहे हैं। उनके नाम का ऐलान पहले टेस्ट से पहले ही हो गया था, लेकिन वीजा दिक्कतों के कारण वे पहले टेस्ट के लिए भारतीय टीम से जुड़ नहीं पाए। लेकिन जब पहला मैच चल रहा था, तभी वे पहुंच गए। लेकिन क्या उन्हें अब दूसरे टेस्ट में खेलने का मौका मिलेगा, ये अपने आप में बड़ा सवाल है। पहले मैच में तेज गेंदबाज के तौर पर उमेश यादव और मोहम्मद सिराज को शामिल किया गया था। मैच की पहली पारी में सिराज ने तीन और उमेश यादव ने एक विकेट अपने नाम किया। इसके बाद दूसरी पारी की बात की जाए तो इसमें उमेश और सिराज ने एक एक विकेट लिया था। अब सवाल है कि इन दोनों में से किसे बाहर कर जयदेव उनादकट को मौका दिया जाएगा। या फिर ऐसा भी हो सकता है कि टीम में कोई भी बदलाव न किया जाए और उमेश के साथ ही सिराज भी खेलते हुए दिखाई दें। ऐसे में जयदेव उनादकट का दूसरा टेस्ट मैच खेलने और पहला टेस्ट विकेट लेने का सपना अधूरा रह सकता है।
12 साल पहले जयदेव उनादकट ने खेला था अपना पहला टेस्ट
जयदेव उनादकट ने अपना पहला मैच 16 दिसंबर 2010 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में खेला था। तब टीम की कमान एमएस धोनी के हाथ में हुआ करती थी। तब जयदेव उनादकट ने 26 ओवर फेंके और 101 रन खर्च कर दिए। दूसरी पारी में भारत की गेंदबाजी नहीं आई और जयदेव उनादकट फिर गेंदबाजी नहीं कर पाए। भारतीय टीम ये मैच पारी से हारी थी। इसके बाद जयदेव उनादकट को भुला सा दिया गया। जयदेव उनादकट ने भारत के लिए वन डे और टी20 तो खेले, लेकिन टेस्ट टीम में उन्हें जगह नहीं दी गई। लेकिन अब बीसीसीआई को करीब 12 साल बाद फिर से जयदेव उनादकट की याद आई और वे बांग्लादेश सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल किए गए हैं। लेकिन अभी ये पक्का नहीं है कि जयदेव उनादकट अपना दूसरा टेस्ट खेल पाएंगे या नहीं। अभी तक जयदेव उनादकट पहला टेस्ट विकेट लेने का इंतजार कर रहे हैं। देखना होगा कि उनका ये इंतजार कब तक पूरा होता है।