IND vs BAN 3rd ODI Match : भारत और बांग्लादेश के बीच तीन वन डे मैचों की सीरीज का आखिरी मैच 10 दिसंबर यानी शनिवार को खेला जाएगा। टीम इंडिया सीरीज के पहले दो मैच हार गई थी, अब टीम इंडिया को सूपड़ा साफ होने से बचना होगा। भारत को ये मैच हर हाल में जीतना होगा। इससे पहले कभी ऐसा नहीं हुआ है कि भारतीय टीम बांग्लादेश के खिलाफ वन डे सीरीज के सारे के सारे मैच हार गई हो। खास बात ये भी है कि इससे पहले कभी ऐसा भी नहीं हुआ कि तीन वन डे मैचों की सीरीज के पहले दो मैच भारतीय टीम लगातार हार गई हो, लेकिन इस बार ऐसा हो गया है। अब कप्तान रोहित शर्मा हैं, नहीं ऐसे में ये जिम्मेदारी केएल राहुल को सौंपी गई है। रोहित शर्मा की गैरहाजिरी में अब ये सवाल भी गहरा गया है कि शिखर धवन के साथ बतौर ओपनर मैदान में कौन उतरेगा।
शिखर धवन के जोड़ीदार की तलाश, भारत के पास ये हैं दो ऑप्शन
कप्तान रोहित शर्मा आखिरी वन डे से बाहर हो गए हैं, वे वापस मुंबई लौट आए हैं। अब उनकी जगह शिखर धवन का जोड़ीदार कौन होगा। वैसे तो भारत के पास विस्फोटक ओपनर्स में शुमार इशान किशन भी हैं, लेकिन दिक्कत ये है कि शिखर धवन और इशान किशन दोनों बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। ऐसे में क्या टीम इंडिया मैनेजमेंट दोनों बाएं हाथ के ओपनर्स के साथ मैदान में जाना चाहेगा, ये देखना दिलचस्प होगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर केएल राहुल की ओपनिंग करेंगे शिखर धवन के साथ। इशान किशन ने वैसे तो भारत के लिए कई मैचों में मिडल आर्डर में भी बल्लेबाजी की है और वे कीपिंग की जिम्मेदारी निभा सकते हैं। अगर इशान किशन आए तो फिर विकेट के पीछे वही नजर आएंगे। अगर इशान किशन को मौका नहीं दिया गया तो वे सीरीज से बिना खेले ही वापस लौट आएंगे। जबकि उन्होंने इससे पहले ही जब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वन डे सीरीज खेली जा रही थी, तब सीरीज के दूसरे मैच में 90 से ज्यादा रनों की पारी खेली थी और शानदार अंदाज में नजर आए थे। इसके बाद से अब तक इशान किशन को एक भी वन डे मैच खेलने का मौका नहीं मिला है।
इशान किशन, रजत पाटीदार और राहुल त्रिपाठी में से किसी एक को मिलेगा मौका
अगर इशान किशन ओपन नहीं करते हैं और उन्हें मिडल आर्डर के लिए भी टीम में शामिल नहीं किया जाता है तो फिर रजत पाटीदार और राहुल त्रिपाठी में से किसी एक खिलाड़ी को मौका दिया जा सकता है। वैसे भी राहुल त्रिपाठी लगातार कई सीरीज में टीम इंडिया के साथ टूर पर तो जा रहे हैं, लेकिन उन्हें डेब्यू का मौका अभी तक नहीं मिला है। देखना होगा कि कप्तान केएल राहुल और कोच राहुल द्रविड़ मिलकर तीसरे मैच को जीतने के लिए क्या रणनीति बनाते हैं। लेकिन टीम इंडिया का असली लक्ष्य तो हर हाल में सूपड़ा साफ होने से बचना ही होगा।