टीम इंडिया बांग्लादेश के खिलाफ जारी वनडे सीरीज को पहले ही गंवा चुकी है। यानी उसके पास वापसी करने का कोई मौका बाकी नहीं है लेकिन इज्जत बचाने की आखिरी लड़ाई अभी बाकी है। भारत को बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज का तीसरा और अंतिम वनडे मैच शनिवार को खेलना है। यह मैच चिटोग्राम में खेला जाएगा जिसमें भारत के लिए एक बड़ी चुनौती खड़ी होगी। उसे बांग्लादेश के खिलाफ क्लीन स्वीप से बचने के लिए हर हाल में जीत हासिल करनी होगी। टीम इंडिया क्रिकेट इतिहास में पहली बार उस मोड़ पर खड़ी है जहां बांग्लादेश की टीम उसका सफाया कर सकती है।
फिटनेस की समस्या ने बढ़ाई टीम इंडिया की चिंता
खिलाड़ियों की चोटों और फिटनेस जे जुड़ी दिक्कतों से परेशान टीम इंडिया का अगले मैच में सिर्फ एक लक्ष्य होगा, मेजबान टीम को क्लीन स्वीप से रोकना। मेहदी हसन मिराज की दो शानदार पारियों के दम पर बांग्लादेश पहले ही दो मैचों को अपनी झोली में डालकर सीरीज जीत चुका है। ऐसे में, लिटन दास की टीम बुलंद हौसले के साथ अगले मैच के लिए मैदान पर उतरेगी। अब उसका इरादा भारत का सूपड़ा साफ करने का होगा और अगर ऐसा होता है तो बांग्लादेश क्रिकेट के लिए यह ऐतिहासिक होगा।
चोटों के सिलसिले के बीच कुलदीप दिलाएंगे राहत!
इस सीरीज की शुरुआत में भारत के पास 20 खिलाड़ियों का बड़ा पूल था पर महज हफ्ते के भीतर हालात बिगड़ते चले गए। अब उसके पास सिर्फ 14 फिट खिलाड़ी उपलब्ध हैं। हालात ऐसे हो गए कि उसे आनन-फानन में चाइनामैन कुलदीप यादव को बुलाना पड़ा। कुलदीप ने 72 वनडे में 118 विकेट लिए हैं और वह इस टीम के सबसे अनुभवी गेंदबाज हैं। रेग्यूलर कप्तान रोहित शर्मा के बाएं हाथ के अंगूठे की हड्डी खिसक गई है और वह मैच के लिए उपलब्ध नहीं हैं। तेज गेंदबाज कुलदीप सेन को पहला मैच खेलने के बाद चोट लग गई। तेज गेंदबाज दीपक चाहर एक बार फिर अनफिट हो गए हैं। अक्षर पटेल की पसली में चोट लग गई है और वह पहला मैच नहीं खेल सके जबकि ऋषभ पंत भी चोटिल हैं और उन्हें आराम देना पड़ा था।
टीम में ओपनर की हो सकती है एंट्री
सीरीज के दूसरे वनडे में चोट लगने के बाद उपकप्तान केएल राहुल ने टीम की कमान संभाली थी। वह लक्ष्य का पीछा करने के दौरान बतौर सलामी बल्लेबाज मैदान में नहीं उतरे। उन्होंने विराट कोहली से ओपन करवाया जो रन बनाने में नाकाम रहे। अब देखना यह है कि कार्यवाहक कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल आखिरी मैच में पारी की शुरूआत करते हैं या ईशान किशन को प्लेइंग इलेवन में सलामी बल्लेबाज के तौर पर शामिल किया जाता है। दूसरा विकल्प विराट कोहली और शिखर धवन से पारी की शुरूआत कराना और हरफनमौला राहुल त्रिपाठी को प्लेइंग इलेवन में शामिल करना हो सकता है। टीम मैनेजमेंट अगर सिर्फ बल्लेबाज को चुनता है तो रजत पाटीदार को डेब्यू का मौका मिल सकता है।
भारतीय गेंदबाजों का होगा लिटमस टेस्ट
इस सीरीज में भारत की गेंदबाजी की कमान मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, उमरान मलिक और वॉशिंगटन सुंदर के हाथों में रही है। पहले मैच में खराब गेंदबाजी के चलते भारत को हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में भारत के खिलाफ बांग्लादेश की आखिरी जोड़ी ने जीत के लिए जरूरी 51 रन बनाने में सफलता हासिल की थी। दूसरे मैच में बांग्लादेश ने छह विकेट 69 रन पर गिरने के बाद 200 से अधिक रन बना डाले।
केएल राहुल के सामने क्लीन स्वीप से बचने की चुनौती
जिम्बाब्वे के खिलाफ सीरीज में मिली जीत को छोड़कर केएल राहुल का बतौर कप्तान रिकॉर्ड खराब रहा है। उन्होंने अब तक छह वनडे में भारतीय टीम की कप्तानी की है जिसमें से तीन में उन्हें हार और तीन में जीत मिली है। ऐसे में अगर उन्हें क्लीन स्वीप की शर्मिंदगी मिलती है तो पहले से ही आलोचनाएं झेल रहे राहुल पर हमले और तेज हो जाएंगे।