IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की सीरीज का तीसरा मैच इंदौर में खेला जाएगा। इस मैच से पहले टीम इंडिया को बड़ा झटका लगा है। इस टीम में एक खिलाड़ी ऐसा है जो अब पूरे सीरीज से बाहर हो सकता है। इस खिलाड़ी के न होने से टीम इंडिया के गेंदबाजी यूनिट पर असर पड़ सकता है। आपको बता दें कि टीम इंडिया सीरीज के पहले दो मैचों में मिली जीत के बाद 2-0 से आगे चल रही है। भारत को WTC के फाइनल में जाने के लिए अब बस एक मैच जीतने की जरूरत है। लेकिन इसी बीच भारतीय टीम के एक खिलाड़ी पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
दरअसल, टीम इंडिया के तेज गेंदबाज उमेश यादव सीरीज के बचे दो मैचों से बाहर हो सकते हैं। उनके घर पर घटी एक घटना के कारण वह बॉर्डर गावस्कर सीरीज से ब्रेक लेकर घर जा सकते हैं। उमेश यादव के पिता तिलक यादव का बुधवार को निधन हो गया है। 74 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया छोड़ दिया। ऐसे में वह सीरीज के बाकी बचे मैचों में सिलेक्शन के लिए उपलब्ध नहीं हो सकते हैं। हालांकि इस सीरीज में उमेश यादव को एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला है। भारत के स्पिन पिचों को देखते हुए कप्तान रोहित शर्मा मैदान पर सिर्फ दो तेज गेंदबाजों के साथ उतर रहे हैं।
उमेश का रहना जरूरी क्यों?
बॉर्डर-गावस्कर सीरीज से पहले भारत और ऑस्ट्रेलियाई टीम के कई प्रमुख खिलाड़ी इंजरी का शिकार हो चुके हैं। इंजरी के कारण खिलाड़ियों को पूरे सीरीज से बाहर होना पड़ रहा है। टीम इंडिया ऐसे में उमेश यादव को एक प्रमुख बैकअप खिलाड़ी के तौर पर देख रही है। जो आने वाले मैचों में मोहम्मद शमी या मोहम्मद सीराज को रिप्लेस कर सके। अमुमन तेज गेंदबाज जल्द इंजरी का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में उमेश यादव का टीम के साथ जुड़े होना जरूरी है।
जब उमेश ने तोड़ा पिता का सपना
उमेश यादव टीम इंडिया के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक हैं। भारत जैसे विशाल देश में टीम इंडिया के लिए क्रिकेट खेलना कोई आम बात नहीं है। इस देश में कई खिलाड़ी ऐसे हैं जो भारत के लिए क्रिकेट खेलने के सपने तो देखते हैं लेकिन उसे पूरा नहीं कर पाते हैं। उमेश यादव ने यह सपना देखा और इसे पूरा भी किया। मगर उनके पिता चाहते थे कि उमेश यादव पुलिस में भर्ती हो जाए। वहीं उमेश क्रिकेटर बनना चाह रहे थे।
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