IND vs AUS Delhi Test : अब दिल्ली की बारी है। नागपुर में ऑस्ट्रेलिया को पारी की ही हार देने के बाद अब भारतीय टीम दिल्ली कूच कर चुकी है। दोनों टीमों की तैयारी जारी है। इस बीच दोनों टीमें दिल्ली पहुंच चुकी हैं। सीरीज का दूसरा मैच काफी अहम होगा। टीम इंडिया अगर दूसरा मैच भी जीतने में कामयाब हो जाती है तो सीरीज हार का खतरा तो टल ही जाएगा, इसके साथ ही आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की ओर एक कदम और बढ़ा देगी। हालांकि भले आखिरी मैच ऑस्ट्रेलियाई टीम हार गई हो, लेकिन वो अभी भी वापसी कर सकती है। दूसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया के कुछ धाकड़ खिलाड़ी भी वापस आ रहे हैं, इसलिए टीम को मजबूती मिलने की संभावना है। इस बीच अगर दिल्ली के स्टेडियम में भारतीय टीम के आंकड़ों की बात करें तो ये काफी शानदार हैं।
दिल्ली में 36 साल से टेस्ट मैच नहीं हारी है टीम इंडिया
दिल्ली का अरुण जेटली स्टेडियम पहले फिरोजशाह कोटला स्टेडियम के नाम से जाना जाता था। इस स्टेडियम की खास बात ये है कि ये भारतीय टीम का करीब करीब अजेय किला है। पिछले करीब 36 साल से भारतीय टीम यहां पर एक भी टेस्ट मैच हारी नहीं है। इस दौरान दो मैच बराबरी पर खत्म हुए हैं और बाकी भारतीय टीम ने अपने नाम किए हैं। यहां पर भारत का मुकाबला पाकिस्तान, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका और वेस्टइंडीज जैसी धाकड़ टीमों से हुआ है, लेकिन कोई भी टीम भारत को हरा नहीं पाई है। टीम इंडिया अपना आखिरी मुकाबला यहां पर साल 1987 में हारी थी, तब वेस्टइंडीज ने भारत को पांच विकेट से मात दी थी। खास बात ये भी है कि यहां पर टॉस का बहुत ज्यादा महत्व पहले नहीं रहा है। यानी चाहे पहले बल्लेबाजी करनी हो या फिर गेंदबाजी, हर टीम के पास पूरा और बराबरी का मौका रहा है।
साल 2017 में इसी मैदान पर विराट कोहली ने जड़ा था दोहरा शतक
टीम इंडिया ने आखिरी टेस्ट मुकाबला यहां पर श्रीलंका के खिलाफ साल 2017 में खेला था और इसमें भारतीय टीम को न हार मिली और न ही जीत, यानी मैच बराबरी पर खत्म हुआ था। तब भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली थे, लेकिन अब कमान रोहित शर्मा के हाथ में है। रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया पहली बार दिल्ली के स्टेडियम में टेस्ट खेलने के लिए उतरेगी। दिल्ली का पिछला मैच इसलिए भी याद किया जाता है, क्योंकि तब विराट कोहली ने दोहरा शतक लगाया था। वहीं मुरली विजय शतकीय पारी खेलने में कामयाब हुए थे। मैच की दूसरी पारी में शिखर धवन, विराट कोहली और रोहित शर्मा ने अर्धशतक जमाए थे। अब विराट कोहली को फिर से बड़ी पारी की जरूरत इस टेस्ट में होगी। क्योंकि पिछले करीब साढ़े तीन साल से टेस्ट में शतक नहीं आया है। क्या पता पूर्व कप्तान का ये सूखा इसी मैच में खत्म हो जाए।