ऋषभ पंत को उनके अनोखे खेल के लिए जाना जाता है लेकिन मेलबर्न टेस्ट में उनका ये अनोखा स्टाइल ही उनके लिए बड़ी मुसीबत बन गया। मेलबर्न में खेले गए बॉक्सिंग डे टेस्ट की पहली पारी में पंत अजीबोगरीब शॉट खेलने की कोशिश में आउट हुए। पंत अक्सर इस तरह के शॉट खेलते हैं और तारीफ बटोरते हैं लेकिन इस बार उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा।
महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने शनिवार को मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट की पहली पारी में पंत की ‘बेवकूफी भरे’ शॉट के लिए उनकी आलोचना की। इसके बाद 184 रन से चौथा टेस्ट मैच हारने के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने कहा था कि इस तेजतर्रार विकेटकीपर को यह समझने की जरूरत है कि उनसे क्या अपेक्षित है। दूसरी पारी में पंत कामचलाऊ स्पिनर ट्रेविस हेड की शॉर्ट पिच गेंद पर आउट हो गए जिसके कारण कुछ लोगों ने उनकी आलोचना की। मेलबर्न में करारी शिकस्त के बाद ऋषभ पंत कई लोगों के निशाने पर हैं। ऐसे में उन्हें पूर्व क्रिकेटर का सपोर्ट मिला है। पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने मंगलवार को आलोचनाओं से घिरे विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत का समर्थन करते हुए कहा कि ध्यान उनकी असफलताओं पर होना चाहिए ना कि उनके शॉट चयन पर।
पंत के शॉट चयन को लेकर चल रही बहस पर टिप्पणी करते हुए मांजरेकर ने ट्वीट किया- पंत की आलोचना सिर्फ उनकी असफलताओं के लिए की जानी चाहिए, ना कि इस बात के लिए कि वह कैसे असफल होते हैं। टेस्ट मैचों में उनका औसत 42 है और किसी भारतीय द्वारा खेली गई कम से कम तीन बेहतरीन पारियां हैं। 42 टेस्ट मैच में उन्होंने छह शतक और सात बार 90 से अधिक रन बनाए। वह एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं जो पर्याप्त रन नहीं बना पा रहा और यही इसका सार है।
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में पंत बल्लेबाजी से संघर्ष कर रहे हैं। उनके बल्ले से सात पारियों में 154 रन आए हैं। मौजूदा सीरीज का पांचवां और अंतिम मैच अब तीन जनवरी से सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाएगा। ऑस्ट्रेलिया एडीलेड और मेलबर्न में जीत के बाद 2-1 से आगे चल रहा है जबकि भारत ने पर्थ में सीरीज का पहला मैच जीता था।
(Input-PTI)