IND vs AUS Nagpur Pitch : भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया सीरीज के पहले मैच का रोमांच अभी से सिर चढ़कर बोलने लगा है। हालांकि अब इस मैच में कुछ घंटे का वक्त बाकी है, लेकिन लग रहा है कि मैच कुछ ही देर में शुरू होने जा रहा है। इस बीच मैच के आंकड़ों से ज्यादा चर्चा नागपुर की पिच को लेकर हो रही है। हालांकि पिच में कुछ भी गड़बड़ी नहीं है और कप्तान रोहित शर्मा ने मैच से एक दिन पहले कह भी दिया है कि हम पिच से ज्यादा अपने खेल के बारे में सोच रहे हैं। लेकिन ऑस्ट्रेलिया खिलाड़ी तो कम लेकिन पूर्व खिलाड़ी इसको लेकर इतने ज्यादा भय में हैं, जैसे टेस्ट मैच एक ही दिन में खत्म हो जाएगा। लेकिन यहां आपको ये बात भी जाननी होगी कि दरअसल ऑस्ट्रेलियाई टीम इस मैच की पिच को लेकर कम, 15 साल पुरानी यादों को लेकर ज्यादा परेशान होगी। हम उस मुकाबले की बात कर रहे हैं, जो साल 2008 में खेला गया था और आज जो खिलाड़ी खेल रहे हैं, उसमें से ज्यादातर ने तो डेब्यू भी नहीं किया था। ये कई मायनों में एक ऐतिहासिक मैच था, साथ ही ऑस्ट्रेलिया की जमानत भी यहां जब्त हो गई थी।
नागपुर में साल 2008 में खेला गया था भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला मैच
नागपुर के इसी विदर्भ क्रिकेट ग्राउंड पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टेस्ट मैच खेला गया था। इस मैच की खास बात ये थी कि ये मुरली विजय का डेब्यू टेस्ट था। वीवीएस लक्ष्मण ने इस मैच के साथ ही 100 टेस्ट खेलने का आंकड़ा पार कर लिया था और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का ये आखिरी टेस्ट मुकाबला था। एमएस धोनी तब तक टीम इंडिया के फुलटाइम टेस्ट कप्तान बन चुके थे। ये मैच छह से 14 नवंबर 2008 तक खेला गया था। मैच में कप्तान एमएस धोनी ने टॉस जीता और रिकी पोटिंग हार गए। इसके बाद कप्तान एमएस धोनी ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। भारतीय टीम की ओर से सचिन तेंदुलकर ने शानदार 109 रन की शतकीय पारी खेली, वहीं वीरेंद्र सहवाग, वीवीएस लक्ष्मण और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली व नए कप्तान एमएस धोनी ने भी अर्धशतक लगाए थे। भारतीय टीम ने पहली ही पारी में 441 रनों का स्कोर टांग दिया था, जो टेस्ट में काफी ज्यादा होता है। भारत की पारी जब समाप्त हुई, तभी लगने लगा था कि भारतीय गेंदबाजी क्रम के सामने कंगारू टिकेंगे नहीं और पहली ही पारी के आधार पर टीम इंडिया को लीड मिल जाएगी। हुआ भी ऐसा ही ऑस्ट्रेलिया टीम 355 रन ही बना सकी। भारतीय टीम ने 86 रनों की लीड ले ली। इसके बाद आई दूसरी पारी। इस बार वीरेंद्र सहवाग ने 92 रन ठोक दिए, हालांकि वे अपना शतक पूरा करने से चूक गए। सहवाग के अलावा एमएस धोनी और हरभजन सिंह ने भी अर्धशतक लगाया। भारत ने अपनी दूसरी पारी में भी 295 रन बना दिए। अब ऑस्ट्रेलिया के सामने जीत के लिए 382 रनों का लक्ष्य दे दिया।
ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत की ओर से दिए गए लक्ष्य का नहीं कर पाई थी पीछा
ऑस्ट्रेलिया की टीम उस वक्त भी काफी मजबूत थी, लेकिन ये लक्ष्य अपने आप में बहुत बड़ा था। ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम 209 रन ही बना सकी और आउट हो गई। टीम इंडिया ने 172 रन से मैच जीत लिया। मैच भले टीम इंडिया ने जीता, लेकिन प्लेयर ऑफ द मैच बने ऑस्ट्रेलिया के जेसन क्रेजा, जिन्होंने मैच की पहली पारी में आठ और दूसरी पारी में भारत के चार खिलाड़ियों को पवेलियन भेज दिया था। नागपुर के इस मैदान की खास बात ये है कि जो टीम टॉस जीतती है, पहले बल्लेबाजी का ही फैसला करती है, क्योंकि आखिरी पारी में यहां अब तक एक भी बार टारगेट चेज नहीं हुआ है। इसी बात को लेकर ऑस्ट्रेलिया खेमा चिंतित होगा। अगर टॉस हाथ से गया तो समझो मैच भी गया। इसीलिए पिच को लेकर बवंडर खड़ा किया जा रहा है। खैर मैच में अब कुछ ही घंटे बाकी हैं और उसके बाद शुरू हो जाएगा रोमांच।
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