IND vs AUS: भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल्ली में दूसरे टेस्ट मैच में भिड़ रही है। इस मुकाबले में पहले दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम को 263 रन पर आउट करने के बाद भारतीय टीम ने बिना कोई विकेट खोए 21 रन बना लिए हैं। पहले दिन भारतीय टीम के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने सभी को चौंकाते हुए 4 विकेट निकाल दिए। अपने शानदार प्रदर्शन के बाद शमी ने एक बड़ा बयान दिया है।
शमी का बड़ा बयान
भारत में हमेशा स्पिनरों के दबदबा बनाने की उम्मीद होती है लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट के शुरुआती दिन यहां सबसे सफल गेंदबाज मोहम्मद शमी रहे जिनका मानना है कि घरेलू परिस्थितियां तेज गेंदबाजों को भी काफी मदद करती हैं। वहीं रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन ने तीन-तीन विकेट झटके। पारी की शुरुआत में शमी ने गुडलेंथ क्षेत्र को निशाना बनाया जिससे उन्हें डेविड वॉर्नर को आउट करने में मदद मिली। पारी के अंत में शमी ने गेंद को रिवर्स कराया और पुछल्ले बल्लेबाज नाथन लियोन और डेब्यू कर रहे मैथ्यू कुहनेमैन के विकेट झटके।
शमी ने दिन का खेल खत्म होने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘आपको भारत में विकेट में ज्यादा अंतर नहीं दिखेगा। अगर आपको नई गेंद से मदद मिल सकती है तो आप पुरानी गेंद से रिवर्स भी कर सकते हो। तेज गेंदबाज के तौर पर भारतीय परिस्थितियों में मुख्य चीज होती है कि आप किस क्षेत्र में गेंदबाजी करते हो और आपको पूरे समय अपनी रफ्तार बरकरार रखनी होती है।’’ उन्होंने कहा कि यहां की पिच नागपुर से ज्यादा अलग नहीं है, हालांकि सुबह के सत्र में ऑस्ट्रेलिया ने रन बनाए। लेकिन मैंने सही लाइन एवं लेंथ में गेंदबाजी करने की कोशिश की।
घरेलू क्रिकेट से मिलती है मदद
शमी और मोहम्मद सिराज घरेलू परिस्थितियों में समान रूप से खतरनाक रहे हैं और अमरोहा के इस 32 वर्षीय गेंदबाज का मानना है कि भारत में तेज गेंदबाजों को सफलता घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन की बदौलत मिलती है। शमी ने कहा, ‘‘हम सभी घरेलू क्रिकेट खेलकर आते हैं। सभी तेज गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया है और वे जानते हैं कि घरेलू परिस्थितियों का फायदा कैसे उठाया जाये। यह कहना सही नहीं होगा कि भारतीय हालात सिर्फ स्पिनरों या सिर्फ तेज गेंदबाजों की मदद करते हैं। यहां तक कि हाल में घरेलू क्रिकेट में तेज गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। ध्यान लाइन लेंथ और रफ्तार बरकरार रखने पर होना चाहिए।''