IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा टेस्ट इस वक्त इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला जा रहा है। इस मुकाबले के दूसरे दिन का खेल खत्म हो चुका है। पहली पारी में 109 रन पर ऑलआउट होने के बाद टीम इंडिया ने दूसरे दिन के पहले ही सेशन में ऑस्ट्रेलिया को 197 रन पर ऑलआउट कर दिया था। ऐसा लग रहा था कि भारतीय टीम इस मैच में वापसी कर रही है। लेकिन दूसरी पारी में भी हमारी बल्लेबाजी कुछ खास नहीं कर पाई और टीम इंडिया 163 रनों पर ऑलआउट हो गई। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया को ये मुकाबला जीतने के लिए सिर्फ 76 रनों का टारगेट मिला है। टीम इंडिया के लिए जीत मिल पाना अब नामुमकिन के बराबर ही है, लेकिन अगर वो ऐसा कर लेते हैं तो इतिहास रच दिया जाएगा।
इतिहास रचने से एक कदम दूर टीम इंडिया
भारतीय टीम ने अगर होल्कर स्टेडियम में 76 रन बचा लिए तो एक बड़ा रिकॉर्ड धराशाही हो जाएगा। दरअसल अगर ऐसा हुआ तो ये टेस्ट क्रिकेट में किसी भी टीम के द्वारा डिफेंड किया गया सबसे छोटा स्कोर होगा। यही नहीं ऐसा करके टीम इंडिया 141 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ सकती है। टेस्ट क्रिकेट में सबसे छोटा स्कोर डिफेंड करने का रिकॉर्ड इंग्लैंड के नाम है। उन्होंने 1882 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथी पारी में 85 रन बचा लिए थे।
फेल हुई भारतीय बल्लेबाजी
भारतीय टीम की बल्लेबाजी की बात की जाए तो वो दूसरी पारी में भी कुछ खास नहीं कर पाई। पहली पारी में 109 पर सिमटने के बाद टीम इंडिया दूसरी पारी में भी 200 के पार नहीं जा पाई। भारतीय टीम को सिर्फ 75 रनों की लीड मिली। भारतीय टीम की ओर से चेतेश्वर पुजारा के 59 रनों के अलावा श्रेयस अय्यर ने 26 रनों की पारी खेली। वहीं 16 रन रविचंद्रन अश्विन के बल्ले से निकले। इसके अलावा नाबाद 15 रन अक्षर पटेल और 12 रन कप्तान रोहित शर्मा ने बनाए।
सीरीज में भारत के पास बढ़त
इस सीरीज के पहले दो मुकाबले जीतने के बाद 2-0 की बढ़त लेने वाली भारतीय टीम अब तीसरे मुकाबले में पूरी तरह बैकफुट पर है। ऑस्ट्रेलिया को ये मैच जीतने के लिए सिर्फ 76 रनों की जरूरत है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का टिकट हासिल करने के लिए भारतीय टीम को इस सीरीज के 3 मुकाबले जीतने जरूरी है।