बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी सीरीज के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। पारी और 132 रनों से मिली इस शिकस्त को भुलाकर आगे बढ़ते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम शुक्रवार को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में भारतीय टीम का सामना करने की तैयारी कर चुकी है। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के जिस महान क्रिकेटर के नाम पर यह सीरीज खेली जाती है वह इस हार से अब तक नहीं उबर सके हैं। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलन बॉर्डर काफी कंफ्यूज हैं। उनकी दिक्कत नागपुर टेस्ट के लिए चुनी गई ऑस्ट्रेलिया टीम की प्लेइंग इलेवन से जुड़ी है।
बॉर्डर को सता रही हेड की याद
आस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर एलेन बॉर्डर को अब भी यह समझ नहीं आ रहा कि मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज ट्रेविस हेड को नागपुर में भारत के खिलाफ प्लेइंग इलेवन से बाहर क्यों रखा गया था। इस मैच में मेहमानों को तीन दिन में पारी और 132 रन से हार का सामना करना पड़ा था। हेड 2021-22 एशेज सीरीज के बाद से शानदार फॉर्म में हैं। आस्ट्रेलिया ने पांच टेस्ट मैचों की यह सीरीज 4-0 से जीती थी जिसमें उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया था। वह हाल में साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के दौरान दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी रहे थे। इस सीरीज में आस्ट्रेलिया ने 2-0 से जीत हासिल की थी।
बॉर्डर ने कहा कि आस्ट्रेलियाई टीम अपनी रणनीति के बारे में जरूरत से ज्यादा सोच विचार कर रही थी और उन्होंने हेड को श्रीलंका और पाकिस्तान के पिछले दौरों में अच्छा नहीं कर पाने के कारण नागपुर टेस्ट की टीम में शामिल नहीं किया।
हेड को बाहर रखना समझ से परे- बॉर्डर
बॉर्डर ने गुरूवार को ‘सेन रेडियो’ से कहा, ‘‘मुझे लगता कि हेड चोटिल हुआ होगा। मुझे विश्वास ही नहीं हुआ कि हेड को बाहर कर दिया गया है। वह पिछली बार भारत और श्रीलंका में अच्छा नहीं खेला था। ट्रेविस हेड उन खिलाड़ियों में शामिल है जिनमें सुधार हुआ है और उसने गर्मियों में यह दिखाया भी।’’
बॉर्डर ने कहा कि आस्ट्रेलियाई टीम ने नागपुर मैच के लिये चयन काफी गलत किया। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमने कुछ चीजों के बारे में कुछ ज्यादा सोच विचार किया। हम पिच के बारे में थोड़ा ज्यादा सोचते रहे। जब आप वहां जाते हैं तो आप ऐसी ही उम्मीद करते हैं।”