IND vs AUS : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले जा रहे चौथे टेस्ट में दो दिन का खेल खत्म हो गया है। सीरीज में पहली बार ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज खुलकर बल्लेबाजी करते हुए दिखाई दिए। जो टीम मुश्किल से 100 रन बना पा रही थी, उस टीम ने करीब करीब पौने दो दिन तक बल्लेबाजी की और 480 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया। इसके बाद जब टीम इंडिया बल्लेबाजी के लिए उतरी तो दिन का खेल खत्म होने तक टीम ने बिना विकेट खोए 36 रन बना लिए थे। टीम इंडिया अभी भी ऑस्ट्रेलिया के स्कोर से 444 रन पीछे है। खैर ये तो रही रनों की बात, लेकिन मैच के दूसरे दिन कई नए कीर्तिमान बने और बिगड़े। खास तौर पर रविचंद्रन अश्विन और सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने कई कीर्तिमान रचने का काम किया। चलिए जरा एक एक कर नजर डालते हैं है कि दूसरे दिन कौन से नए रिकॉर्ड बने।
रविचंद्रन अश्विन ने झटके पारी में छह विकेट, एक ही झटके में तोड़ दिए कीर्तिमान
बात सबसे पहले शुरू करते हैं रविचंद्रन अश्विन की, क्योंकि उनके लिए आज का दिन अपने आप में खास रहा है। रविचंद्रन अब टीम इंडिया की ओर से टेस्ट में सबसे ज्यादा बार पांच विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। हालांकि उन्होंने दस में से ऑस्ट्रेलिया के छह खिलाड़ियों को पवेलियन की राह दिखाई। रविचंद्रन अब इस साल खेली जा रही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बन गए हैं। इतना ही नहीं अगर अब खेली जा रही सभी बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी सीरीज की बात की जाए तो वे संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। साफ है कि वे भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जो बार्डर गावस्कर ट्रॉफी खेली जाती है, उसमें सबसे ज्यादा विकेट लेने का कीर्तिमान ऑस्ट्रेलिया के नाथन लायन के नाम थे, जिनकी संख्या 113 थी, अब रविचंद्रन अश्विन भी उसी आंकड़े तक पहुंच गए हैं। इसके बाद अगर तीसरे नंबर के खिलाड़ी की बात अनिल कुंबले ने लिए हैं, उनके नाम 111 विकेट हैं, तीसरे नंबर पर हरभजन सिंह हैं, जो 95 विकेट अब तक अपने नाम कर चुके हैं।
उस्मान ख्वाजा ने खेली 180 रनों की शानदार पारी
अब बात करते हैं शतकवीर उस्मान ख्वाजा की। उस्मान ख्वाजा ने 180 रन की शानदार पारी खेली, लेकिन वे अपना दोहरा शतक पूरा करने से चूक गए। उस्मान ख्वाजा की ये पारी ऑस्ट्रेलिया के किसी भी बल्लेबाज की तीसरी सबसे बड़ी पारी है। इस मामले में नंबर एक पर डीन जोंस हैं, जिन्होंने साल 1986 में साल 210 रन की पारी चेन्नई में खेली थी। इसके बाद साल 2001 में मैथ्यू हेडन ने चेन्नई में ही 203 रन बनाने का काम किया था। अब इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर उस्मान ख्वाजा आ गए हैं, जो 180 रन बनाकर आउट हुए हैं। उन्होंने स्टीव स्मिथ को पीछे छोड़ा है, जिन्होंने साल 2017 में रांची टेस्ट में नाबाद 178 रन की शानदार पारी खेली थी। उस्मान ख्वाजा और कैमरन ग्रीन के बीच जो इस मैच में साझेदारी हुई है, वो ऑस्ट्रेलिया की भारत में दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी हो गई है। इससे पहले साल 1980 में ऐलन बॉर्डर और ह्यूल के बीच 222 रनों की पार्टनरशिप हुई थी। इसके बाद अब उस्मान और ग्रीन के बीच 208 रन की पार्टनरशिप हुई है। इन दोनों ने मिलकर साल 1960 की पार्टनरशिप को पीछे छोड़ दिया है, जब एन ओनील और एन हार्वे के बीच 207 रन की साझेदारी हुई थी।
ऑस्ट्रेलिया ने भारत में नौवीं बार बनाया है 400 से ज्यादा का स्कोर
साल 2000 से लेकर अब तक ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया के खिलाफ भारत में नौ बार 400 से ज्यादा का स्कोर किया है। इसमें से एक ही बार टीम जीत दर्ज करने में कामयाब हुई है। नौ बार इतने रन बनाने के बाद भी टीम हारी है और तीन मैच ड्रॉ रहा है। यानी टीम इंडिया के पास अभी भी चांस है कि इस मैच को या तो ड्रॉ कराया जाए या फिर जीत दर्ज कर सभी को चौंकाया जाए। अब जरा एक और आंकड़ा जान लीजिए। ऑस्ट्रेलिया की ओर से अब तक छह बल्लेबाज ऐसे हुए हैं, जिन्होंने टीम इंडिया के ही खिलाफ अपना पहला इंटरनेशनल शतक लगाया है। सबसे पहले साल 1960 में लेस फेवेल ने चेन्नई में 101 रन बनाए थे। इसके बाद पॉल शीहान ने साल 1970 में कानपुर में 114 रन की पारी खेली थी। डीन जोंस ने साल 1987 में 210 रन बनाए थे। माइकल क्लार्क ने साल 2005 में बेगलुरु में 151 रन की पारी खेली थी। ग्लेन मैक्सवेल ने साल 2017 में 104 रन बनाए थे। इसके बाद अब कैमरन ग्रीन ने 100 रनों की पारी खेल दी है। उन्होंने 170 गेंदों पर 114 रन की पारी खेली।