भारत में इस साल होने वाले वर्ल्ड कप के लिए जिम्बाब्वे में वर्ल्ड कप क्वालीफायर टूर्नामेंट खेला जा रहा है। इस टूर्नामेंट में 10 टीमों ने हिस्सा लिया है। जहां पर कुल 6 टीमों ने अगले राउंड, यानी की सुपर 6 के लिए क्वालीफाई कर लिया है। इस टूर्नामेंट के दौरान कई रोमांचक मुकाबले देखने को मिले। टूर्नामेंट शुरू होने से पहले श्रीलंका और वेस्टइंडीज की टीम को फेवरेट माना जा रहा था। लेकिन अब इस लिस्ट में एक और टीम का नाम जुड़ गया है। इस टीम ने अब तक टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया है और अब वर्ल्ड कप क्वालीफायर जीतने के भी सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। ये टीम कोई और नहीं बल्कि होस्ट जिम्बाब्वे हैं।
युवराज सिंह जैसा खेल रहा ये खिलाड़ी
वर्ल्ड कप के क्वालीफायर में जिम्बाब्वे ने अब तक कुल तीन मुकाबले खेले हैं। जहां उनकी टीम ने एक भी मैच नहीं गंवाया। उन्होंने तीन में तीनों मुकाबले जीते हैं। इसमें से एक मैच में तो उन्होंने साल का सबसे बड़ा उलटफेर करते हुए वेस्टइंडीज को भी हराया है। उनकी टीम सुपर 6 के लिए क्वालीफाई कर चुकी है। जिम्बाब्वे के ऐसे प्रदर्शन के पीछे एक खिलाड़ी का सबसे ज्यादा योगदान रहा है। इस खिलाड़ी ने तीन मैच में से दो मुकाबलों में प्लेयर ऑफ द मैच का भी खिताब जीता है। हम बात कर रहे हैं सिकंदर रजा के बारे में। सिकंदर रजा इस साल जिम्बाब्वे के लिए किसी सुपर हीरो से कम नहीं है।
टीम को जीतने के लिए रजा का चलना जरूरी
अगर जिम्बाब्वे को सुपर 6 में टॉप 2 और फाइनल मुकाबला जीतना है तो सिकंदर रजा को वही काम करना होगा जो युवराज सिंह ने भारत के लिए साल 2011 के वर्ल्ड कप में किया था। सिकंदर रजा न सिर्फ बल्ले से बल्कि गेंद से भी लगातार अपनी टीम के लिए गजब का प्रदर्शन कर रहे हैं। सिकंदर रजा ने अब तक दो पारियों में 170 की औसत से 170 रन बनाए हैं। साथ ही उन्होंने 22.50 की औसत से 6 विकेट भी झटके हैं। युवराज सिंह ने भी साल 2011 के वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के लिए कुछ ऐसा ही प्रदर्शन किया था। अब सिकंदर रजा अपने प्रदर्शन से उन्हीं की याद दिला रहे हैं। युवराज ने साल 2011 में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब भी जीता था। सिकंदर रजा भी इस साल इस खिताब को वर्ल्ड कप क्वालीफायर में जीत सकते हैं।