भारतीय कप्तान मिताली राज को भरोसा है कि शेफाली वर्मा और ऋचा घोष जैसी युवा खिलाड़ी न्यूजीलैंड में अगले महीने होने वाले आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन करेंगी। मिताली राज का मानना है कि टी20 विश्व कप 2020 में शानदार प्रदर्शन करने वाली 18 साल की शेफाली इस विश्व कप में भी प्रभावशाली पारियां खेलेंगी।
शेफाली वर्मा पर रहेंगी पूरे देश की नजरें
कप्तान मिताली राज ने आईसीसी के लिए अपने कॉलम में लिखा है कि निश्चित तौर पर शेफाली वर्मा उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन पर स्वदेश में लोगों की नजरें रहेंगी। उन्होंने लिखा है कि वह दुनिया की उभरती हुई स्टार खिलाड़ियों में से एक है और मुझे लगता है कि दूसरे छोर पर स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना के मार्गदर्शन और समर्थन में वह पूरे टूर्नामेंट के दौरान भारत के लिए प्रभावी प्रदर्शन करेगी। आक्रामक बल्लेबाज शेफाली न्यूजीलैंड दौरे पर उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाकाम रहीं और अब तक सिर्फ एक अर्धशतक जड़ पाईं हैं। विकेटकीपर के स्थान के लिए तानिया भाटिया के साथ प्रतिस्पर्धा करने वाली ऋचा घोष ने हालांकि मौकों का फायदा उठाया है। करीब 18 साल की इस खिलाड़ी ने दूसरे और चौथे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय में खेलते हुए लगातार दो अर्धशतक जड़े।
तानिया भाटिया और ऋचा घोष की भी की तारीफ
उन्होंने कहा कि तानिया भाटिया विकेट के पीछे काफी भरोसेमंद है और ऋचा घोष उसे कड़ी चुनौती दे रही है, इसका मतलब है कि हमारे पास दो विकेटकीपर हैं जिन पर हम भरोसा कर सकते हैं। मिताली ने कहा कि भारतीय टीम काफी भाग्यशाली है कि हाल में इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया और मेजबान न्यूजीलैंड जैसी टॉप टीम के खिलाफ खेलकर विश्व कप में उतरेगी। न्यूजीलैंड के मौजूदा दौरे पर अब तक सभी मुकाबले- एक टी20 और चार एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय- गंवाने के बावजूद मिताली का मानना है कि तेज गेंदबाजी के अनुकूल हालात का आदी होने का भारत को बड़ा फायदा मिलेगा जिसे स्वदेश में इस तरह के विकेट पर खेलने की आदत नहीं है। मिताली ने कहा कि न्यूजीलैंड में सीरीज से हमें हालात से सामंजस्य बैठाने का मौका मिला है विशेषकर तेज गेंदबाजी के अनुकूल हालात से जो हमें स्वदेश में नहीं मिलते। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ हमने तीन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय में से एक मुकाबला जीता और अन्य दो में हमने उन्हें कड़ी टक्कर दी। इसके बाद हमने आस्ट्रेलिया के लगातार 26 एकदिवसीय मैच में जीत के अभियान को रोका।
महिला विश्व कप जीतने में सक्षम है टीम इंडिया
भारतीय कप्तान ने कहा कि ये नतीजे दर्शाते हैं कि एक टीम के रूप में एकजुट होने और स्वयं पर भरोसा करने पर हम क्या कर सकते हैं। इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया के खिलाफ हालिया नतीजे साबित करते हैं कि भारत आगामी महिला विश्व कप जीतने में सक्षम है। भारत को 2017 विश्व कप के फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ आठ रन की करीबी हार के कारण उपविजेता बनकर संतोष करना पड़ा था। मिताली ने कहा कि उस दौरान मौके गंवाने का उन्हें हमेशा मलाल रहेगा। उन्होंने कहा कि मुझे 2017 में आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप के फाइनल की भावनाएं स्पष्ट तौर पर याद हैं, हम जीतने के इतने करीब पहुंचे थे। मिताली ने कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबला खचाखच भरे लार्ड्स स्टेडियम में हो रहा था और वहां मौका चूकने का हमेशा मलाल रहेगा।
साल 2000 में न्यूजीलैंड में खेला था पहला विश्व कप
आस्ट्रेलिया टी20 विश्व कप का भी उप विजेता है। टीम को 2020 में मेजबान आस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। मिताली का मानना है कि उनकी टीम ने दिखाया है कि वे खिताब जीतने में सक्षम हैं लेकिन एक बड़ी जीत दर्ज करने में नाकाम रह जाते हैं। उन्होंने कहा कि हमने दिखाया है कि हम ट्रॉफी जीतने में सक्षम हैं, हम बस हमें ऐसा करके दिखाना है। मैं कल्पना कर सकती हूं कि ऐसा करने पर इसका प्रभाव क्या होगा। मिताली ने कहा कि न्यूजीलैंड में 2000 में जब मैं अपने पहले विश्व कप में खेली थी तो मैंने कभी उम्मीद नहीं की थी कि मेरे देश के लोग सड़क पर चलते हुए मुझे पहचानेंगे लेकिन अब यह आम बात है और दर्शाता है कि भारत में खेल ने कितनी प्रगति की है। मिताली के साथ टूर्नामेंट में तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी भी भारतीय टीम का हिस्सा होंगी और ये दो अनुभवी खिलाड़ी खेल को अलविदा कहने से पहले खिताब जीतना चाहेंगी। विश्व कप की शुरुआत चार मार्च को मेजबान न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज के बीच मुकाबले के साथ होगी। भारत अपने अभियान की शुरुआत छह मार्च को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ करेगा।