वनडे वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान के बीच महामुकाबला खेला गया है। इस मैच को टीम इंडिया ने बड़ी आसानी से जीत लिया। भारत ने इस मैच में पाकिस्तान को 7 विकेट से हराया। भारतीय टीम ने इस मैच में मिली जीत के साथ पाकिस्तान के खिलाफ वर्ल्ड कप में अपना जीत-हार रिकॉर्ड 8-0 कर लिया है। लेकिन इस मैच के बाद एक बड़ा बवाल सामने आया था। दरअसल पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी कि पीसीबी ने इस मैच के बाद आईसीसी से शिकायत की कि अहमदाबाद के दर्शकों ने पाकिस्तानी टीम के खिलाफ अभद्र व्यवहार किया। इस मामले पर अब आईसीसी ने सफाई दे दी है।
आईसीसी ने दी सफाई
पीसीबी की अहमदाबाद में भारत के खिलाफ वर्ल्ड कप मैच के दौरान फैंस के कथित अभद्र व्यवहार को लेकर की गई शिकायत पर कार्रवाई होने की संभावना नहीं है क्योंकि नस्लभेदी संहिता केवल व्यक्तिगत मामलों तक सीमित है और उसके तहत एक समूह नहीं आता है। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में एक लाख से भी अधिक दर्शक मौजूद थे। पाकिस्तान का समर्थन करने के लिए पाकिस्तानी मूल के तीन अमेरिकी दर्शक ही उपस्थित थे।
रिजवान के आउट होने पर मचा बवाल
मोहम्मद रिजवान जब आउट होकर पवेलियन लौट रहे थे तो दर्शकों के एक समूह ने धार्मिक नारेबाजी की, इसके बाद पीसीबी ने आईसीसी के सामने शिकायत दर्ज कराई। पाकिस्तान के क्रिकेट निदेशक मिकी आर्थर ने स्वीकार किया था कि भारत के हाथों 7 विकेट की हार के दौरान उनके खिलाड़ी दर्शकों के शोर से परेशान थे। ऐसा समझा जाता है कि आईसीसी ने शिकायत पर संज्ञान लिया है और वह उस पर अपनाई जाने वाली प्रक्रिया का पता लग रही है। बीसीसीआई और आईसीसी में काम कर चुके एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आईसीसी प्रत्येक शिकायत को बेहद गंभीरता से लेती है लेकिन संहिता व्यक्तियों को लेकर है। मैं नहीं जानता कि पीसीबी क्या चाहता है लेकिन कोई ठोस कार्रवाई करना बेहद मुश्किल होगा।
उन्होंने कहा कि अगर नस्लीय भेदभाव के आरोप हैं तो आईसीसी व्यक्ति की पहचान कर सकती है लेकिन जब हजारों लोग नारे लगा रहे थे तो आप कुछ नहीं कर सकते। स्टेडियम में फेंकी गई किसी वस्तु से कोई खिलाड़ी चोटिल नहीं हुआ। दर्शकों से पक्षपात पूर्ण रवैए की उम्मीद थी। बड़े मैचों में इस तरह का दबाव होता है।