भारत और वेस्टइंडीज के बीच जुलाई के महीने में दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई थी। इस सीरीज का पहला मुकाबला डोमिनिका के विंडसर पार्क में खेला गया था। इस मैच का रिजल्ट तीन दिन के अंदर ही आ गया था और भारत ने पारी व 141 रनों से जीत दर्ज की थी। इस मैच के रेफरी जेफ क्रो ने इस मैच के लिए इस्तेमाल की गई पिच को औसत से भी कम (Below Average) रेटिंग दी थी। इस पिच पर आईसीसी ने एक्शन लिया था और उसे एक डिमेरिट अंक भी मिला था। पर बाद में क्रिकेट वेस्टइंडीज ने अपील की और इसके बाद आईसीसी ने अपना फैसला बदला जरूर लेकिन पिच के खिलाफ एक्शन फिर भी लिया। अब इस रेटिंग को औसत कर दिया गया है।
क्या है ICC का नियम?
आपको बता दें कि औसत से कम रेटिंग मिलने पर एक डिमेरिट अंक भी मिलता है। नियम के अनुसार किसी पिच को बिलो एवरेज रेटिंग पर एक, पूअर रेटिंग पर 3 और अनफिट पिच करार देने पर 5 डिमेरिट अंक मिलते हैं। अगर किसी मैदान को पांच डिमेरिट अंक मिल जाते हैं तो आईसीसी के नियमानुसार उस मैदान पर एक साल के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट होने से बैन कर दिया जाता है। वहीं 10 डिमेरिट अंक पर यह बैन 2 साल तक बढ़ सकता है। ऐसे में आईसीसी ने हंटर जरूर चलाया लेकिन क्रिकेट वेस्टइंडीज की अपील के बाद अब पिच को औसत आंका और फिलहाल ग्राउंड को कोई डिमेरिट अंक भी नहीं दिया।
दूसरे टेस्ट की पिच को भी मिली औसत रेटिंग
वहीं सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच पोर्ट ऑफ स्पेन के क्वींस पार्क ओवल में खेला गया था। हालांकि, बारिश के कारण यह मैच पूरा नहीं हो सकता था और ड्रॉ हो गया था। इस मैदान की पिच को भी आईसीसी द्वारा औसत रेटिंग दी गई है। इन दोनों पिचों को काफी स्लो देखा गया था। डोमिनिका की पिच पर तो भारतीय स्पिनर्स ने वेस्टइंडीज की नाक में दम कर दिया था। अश्विन ने इस मैच में कुल 12 विकेट लिए थे। पहली पारी में 5 और दूसरी पारी में 7 विकेट उन्हें मिली थे। रवींद्र जडेजा ने भी कमाल की गेंदबाजी की थी।
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