भारतीय व्हाइट बॉल टीम के भविष्य के लीडर के तौर पर देखे जा रहे हार्दिक पांड्या को लेकर एक दिग्गज क्रिकेटर के बयान ने सनसनी मचा दी है। दरअसल लंबे समय से हार्दिक को सिर्फ व्हाइट बॉल के प्लेयर के तौर पर ही देखा जा रहा है। वह 2018 के बाद से रेड बॉल यानी टेस्ट क्रिकेट में खेलते नजर नहीं आए हैं। इसका कारण 2018 में हुई उनकी बैक इंजरी भी हो सकती है। साल 2021 में एक बार फिर से हार्दिक अपनी इस समस्या से जूझ रहे थे और उन्होंने क्रिकेट से ब्रेक लिया। उसके बाद आईपीएल 2022 में गुजरात टाइटंस के लिए उन्होंने बतौर कप्तान एक नए रूप में वापसी की। उनका व्यक्तिगत प्रदर्शन भी बदला और उन्होंने अपने ऑलराउंड खेल से टीम को चैंपियन भी बना दिया।
अब इस धाकड़ खिलाड़ी को लेकर एक दिग्गज ने बड़ा दिया है। हार्दिक पंड्या को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडरों में से एक बताते हुए साउथ अफ्रीका के पूर्व ऑलराउंडर लांस क्लूजनर ने कहा कि, अपने वर्कलोड मैनेजमेंट के लिए हार्दिक टेस्ट क्रिकेट छोड़ सकते हैं। अपने करियर में कई बार चोटों से जूझते आए पंड्या ने आखिरी टेस्ट सितंबर 2018 में खेला था। वह तब से लिमिटेड ओवर क्रिकेट ही खेल रहे हैं और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल से भी उन्होंने खुद को बाहर रखा है। क्लूजनर ने कलकत्ता खेल पत्रकार क्लब द्वारा आयोजित बातचीत में कहा, पांड्या शानदार क्रिकेटर हैं और अगर वह फिट रहते हैं और 135 की रफ्तार से गेंद डालते हैं तो उनका सामना करना हमेशा कठिन है। वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर्स में से एक हैं।
हार्दिक पांड्या छोड़ेंगे टेस्ट क्रिकेट?
आपको बता दें कि पांड्या ने हाल ही में यह कहकर खुद को डब्ल्यूटीसी फाइनल से बाहर कर लिया था कि, यहां तक पहुंचने के भारत के सफर में एक प्रतिशत योगदान भी नहीं देने के बाद किसी और की जगह लेना अनुचित होगा। उन्होंने यह भी कहा था कि वह टेस्ट क्रिकेट के लिए अभी खुद को पूरी तरह तैयार नहीं कर पाए हैं। यह पूछने पर कि क्या पांड्या ने आसानी से टेस्ट क्रिकेट छोड़ दिया, क्लूजनर ने कहा,शायद। किसी भी क्रिकेटर के लिए सबसे बड़ी कसौटी टेस्ट क्रिकेट होता है। टेस्ट क्रिकेट में इतने बदलाव भी नहीं आए हैं लेकिन मैं समझ सकता हूं कि समय भी बदल गया है। हो सकता है पांड्या वर्कलोड के चलते इस फॉर्मेट को छोड़ दें। उन्होंने 11 टेस्ट मैच साल 2017 में डेब्यू के बाद खेले जिसमें एक शतक और 4 अर्धशतक के साथ उन्होंने 532 रन बनाए और 17 विकेट भी अपने नाम किए।
WTC फाइनल में किस अटैक के साथ जाएगा भारत?
क्लूजनर ने आगे भारत के डब्ल्यूटीसी फाइनल में गेंदबाजी आक्रमण को लेकर कहा कि, टीम इंडिया तेज गेंदबाजी या स्पिन आधारित आक्रमण उतार सकता है। स्पिन पारंपरिक तौर पर भारत की ताकत रही है। उनके पास ऐसा आक्रमण है जो किसी भी पिच पर अच्छा खेल सकता है। तेज गेंदबाजों ने भी पिछले कुछ समय में शानदार प्रदर्शन किया है और यही वजह है कि वह लगातार दूसरी बार डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचे हैं। अब हरी भरी पिच पर भी वे बेहतरीन खेल दिखाते हैं। डब्ल्यूटीसी फाइनल में प्रबल दावेदार के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा ,यह कहना कठिन है । यह ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों और भारत के बल्लेबाजों का मुकाबला होगा। इस जंग में जो जीतेगा, वही विजेता होगा।