भारतीय टीम ने साल 2023 का शानदार आगाज किया है। साल के शुरुआत में श्रीलंका के खिलाफ खेली गई सीरीज में भारत की युवा टीम ने एशिया चैंपियन को हरा दिया। भारत और श्रीलंका के बीच शनिवार को तीन मैचों की सीरीज का तीसरा और निर्णायक मैच खेला गया। इस मैच में भारत ने मेहमान टीम को 91 रन से हरा सीरीज 2-1 के अंतर से जीत लिया। भारत की इस जीत में टीम के स्टार बल्लेबाज सूर्याकुमार यादव का अहम योगदान रहा। सूर्या ने इस मैच में 51 गेंदों पर 112 रनों का आतिशि पारी खेली। सूर्या को इस पारी के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया। सूर्या श्रीलंका के खिलाफ अलग ही रंग में नजर आ रहे थे। सूर्या की तूफान में श्रीलंका का हर गेंदबाज उड़ गया। उनकी पारी को लेकर टीम के कप्तान हार्दिक ने जमकर प्रशंसा की है।
क्या बोले हार्दिक
सूर्या के आतिशी शतक को लेकर हार्दिक पांड्या ने कहा कि ‘‘आज मैंने महसूस किया कि यह सूर्यकुमार बनाम श्रीलंका मुकाबला था। इससे मेरे लिए चीजें आसान हो जाती हैं। मैं हमेशा कहता हूं कि सफेद गेंद के क्रिकेट में सूर्यकुमार जैसा खिलाड़ी हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘जिस तरह से वह कुछ शॉट खेलते हैं, जिस तरह से वह मैच को बदलते हैं, यह वास्तव में गेंदबाज का मनोबल तोड़ता है और इससे दूसरे बल्लेबाज को भी मदद मिलती है। सूर्या अपनी बल्लेबाजी से हम दिखा रहे हैं कि यह करना कितना आसान है। अगर मैं सूर्या को गेंदबाजी कर रहा होता तो मुझे जरूर निराश होती।’’
इस युवा खिलाड़ी को लेकर भी कही बड़ी बात
पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने पहले ही ओवर में इशान किशन का विकेट गंवा दिया लेकिन उसके बाद राहुल त्रिपाठी ने 16 गेंद में 35 रन बनाकर भारतीय टीम को लय दी और इसे लेकर भी पांड्या ने सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘राहुल त्रिपाठी का भी विशेष योगदान रहा, उन्होंने जिस तरह का इरादा दिखाया वह कुछ ऐसा है जो उनके लिए बहुत स्वाभाविक है। इसने मैच के लय को बदल दिया। कुल मिलाकर सूर्यकुमार और त्रिपाठी ने शानदार बल्लेबाजी की।’’ टीम इंडिया के आक्रामक रुख के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा नहीं है कि हम हिटिंग के मामले में हमेशा आक्रामक खेलते हैं। ऐसा भी हो सकता है कि हम ऐसे ही खेलें लेकिन अंत में 150 रन ही बना पाएं।’’ पंड्या ने कहा, ‘‘लेकिन जो महत्वपूर्ण है वह इरादा है, आप बाउंड्री की तलाश करते हैं लेकिन जब एक अच्छी गेंद होती है तो आप उस गेंद का सम्मान करते हैं। लेकिन अगर आपकी रक्षात्मक मानसिकता है तो भले ही एक खराब गेंद हो आप उस पर भी बाउंड्री नहीं लगा सकते।’’ हार्दिक ने बतौर कप्तान भारत के लिए शानदार प्रदर्शन किया है। हार्दिक की कप्तानी में भारतीय टीम एक भी सीरीज नहीं हारी है।