Highlights
- हरभजन ने श्रीसंत को थप्पड़ मारने की घटना पर जाहिर किया अफसोस
- हरभजन ने माना कि श्रीसंत को थप्पड़ मारने की जरूरत नहीं थी
- अपनी इस गलती को सुधारना चाहते हैं भज्जी
लगता है हरभजन सिंह क्रिकेट पिच से दूर होने के बाद अपने ऊपर कोई बोझ नहीं रखना चाहते। तभी तो, वह डेढ़ दशक पहले हुई घटना के लिए श्रीसंत से माफी मांग रहे हैं। आईपीएल के पहले सीजन 2008 में भज्जी ने मैदान पर सरेआम श्रीसंत को थप्पड़ मारा था, जिसके बाद श्रीसंत मैदान पर रोते हुए दिखे थे। पूर्व भारतीय फिरकी गेंदबाज ने अपनी गलती मानते हुए इस घटना पर अफसोस जाहिर किया है। उन्होंने अपने दुख का इजहार करते हुए माना कि उनसे गलती हुई, श्रीसंत को थप्पड़ मारने का उन्हें गहरा मलाल है।
श्रीसंत को थप्पड़ मारने का भज्जी को मलाल
हरभजन सिंह मैदान पर हमेशा खुलकर अपनी भावनाओं का इजहार करने के लिए चर्चा में रहे। चाहे मंकीगेट हो या श्रीसंत थप्पड़ कांड, वह सुर्खियों में रहे। लिहाजा वह कहते हैं, “मैदान में हमेशा आप खेल से जुड़ी भावनाओं के साथ जाते हैं, लेकिन यह नियंत्रण में होना चाहिए। उस दिन जो भी हुआ वह मेरी गलती थी।” आईपीएल के 2008 सीजन में हरभजन सिंह मुंबई इंडियंस का हिस्सा थे, वहीं श्रीसंत किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेल रहे थे, जिसकी कप्तानी युवराज सिंह के हाथों में थी।
हरभजन पर पूरे सीजन के लिए लगा प्रतिबंध
आईपीएल गवर्निंग काउंसिल और बीसीसीआई ने इस मामले का तुरंत संज्ञान लिया था। श्रीसंत को थप्पड़ मारने के बाद में भज्जी को आईपीएल के पहले सीजन में आगे खेले जाने वाले तमाम 11 मैचों के लिए बैन कर दिया गया था। हालांकि हरभजन ने पहले भी इस घटना पर अफसोस जाहिर किया है, लेकिन वह हर मौके पर श्रीसंत को एक नौटंकीबाज खिलाड़ी कहने से भी नहीं चूकते थे। ऐसे में, इस बार भज्जी की गलती का इकरार ज्यादा साफ और खुले दिल वाला नजर आता है।
अपनी गलती सुधारना चाहते हैं भज्जी
श्रीसंत थप्पड़ कांड को भारतीय टी20 लीग के सबसे विवादित घटना के तौर पर देखा जाता है। हरभजन सिंह को इस घटना का शायद सबसे ज्यादा मलाल है। वह कहते हैं, “मैं अगर अपने जीवन की किसी गलती को सुधारना चाहता हूं, तो वह है श्रीसंत के साथ मेरा खराब व्यवहार। यह नहीं होना चाहिए था। मैं जब इसके बारे में सोचता हूं तो मुझे लगता है कि इसकी जरूरत नहीं थी।”
सचिन ने कराई थी भज्जी – श्रीसंत की सुलह
हालांकि, इस घटना के कुछ दिनों के बाद मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने एक डिनर पर भज्जी और श्रीसंत की मुलाकात करवाई थी, जिससे दोनों खिलाड़ियों में सुलह भी हो गई। 2011 वर्ल्ड कप में दोनों ने टीम इंडिया की जीत में एकसाथ अहम योगदान भी दिया, लेकिन भज्जी ने 14 साल बाद फैंस के सामने आकर सीधे दिल से अपनी गलती का इकरार किया है।