पिछले दो साल में रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया दो आईसीसी टूर्नामेंट्स में हार चुकी है। टीम इंडिया को पहले टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल और फिर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में रोहित की कप्तानी में ही हार झेलनी पड़ी। जिसके बाद रोहित की कप्तानी पर लगातार सवाल खड़े हुए। इसके बाद दिग्गज भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने रोहित की कप्तानी को लेकर बड़ा बयान दिया है।
हरभजन ने किया रोहित का सपोर्ट
हरभजन सिंह का मानना है कि रोहित शर्मा को आने वाले समय में भारतीय क्रिकेट प्रणाली से पूरे समर्थन की जरूरत है क्योंकि लोग उनकी कप्तानी की आलोचना जरूरत से ज्यादा कर कर रहे हैं। पिछले कुछ समय से भारतीय कप्तान को फैंस और पूर्व क्रिकेटरों से काफी आलोचना का सामना करना पड़ा है, जिसमें महान सुनील गावस्कर भी शामिल हैं। गावस्कर का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में उनका नेतृत्व अच्छा नहीं था।
मैंने रोहित को करीब से देखा है- हरभजन
हरभजन ने रोहित की कप्तानी में मुंबई इंडियन्स के लिए खेला और और उन्होंने भारत के साथ ही मुंबई की टीम के ड्रेसिंग रूम में भी इस खिलाड़ी को करीब से देखा है। उन्होंने कहा कि रोहित को वहां अपने साथी खिलाड़ियों से काफी सम्मान मिलता था। हरभजन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत के अगले टेस्ट मैच से पहले पीटीआई से कहा कि मुझे लगता है कि लोग कुछ ज्यादा ही आगे बढ़ (रोहित की आलोचना के मामले में) रहे हैं। क्रिकेट एक टीम खेल है और एक व्यक्ति आपको एक स्थान से दूसरे स्थान तक नहीं ले जा सकता है।
रोहित एक शानदार कप्तान- हरभजन
हरभजन ने कहा कि भारतीय टीम ने डब्ल्यूटीसी फाइनल में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। आप उस प्रदर्शन के बारे में बात करते हैं और वहां से आगे बढ़ते हैं। इसके लिए सिर्फ रोहित की आलोचना करना अनुचित है कि वह रन नहीं बना रहे हैं और वह अच्छी कप्तानी नहीं कर रहे हैं। मुझे लगता है कि वह एक शानदार कप्तान है।
रोहित को मिलना चाहिए समय
हरभजन के कहा कि रोहित को अपनी नेतृत्व क्षमता साबित करने के लिए समय दिया जाना चाहिये और उन्हें इसमें समर्थन मिलना चाहिए। पूर्व ऑफ स्पिनर ने कहा कि मैंने उसके (रोहित) साथ खेला है और उसे करीब से देखा है। उसे न केवल मुंबई इंडियन्स के ड्रेसिंग रूम में बल्कि भारतीय ड्रेसिंग रूम में भी बहुत सम्मान मिलता है। इसलिए मुझे लगता है कि हाल के परिणामों के आधार पर उसका आकलन करना अनुचित है।