Harbhajan Singh on Rahul Dravid: राहुल द्रविड़ को टीम इंडिया का हेड कोच बने रहना चाहिए या नहीं, टी20 वर्ल्ड कप 2022 से भारत के शर्मनाक ढंग से बाहर होने के बाद से इस पर बहस शुरू हो गई है। इस मुद्दे पर सबकी अपनी-अपनी राय है। कई लोग उनके प्रदर्शन से खुश नहीं हैं, तो कुछ उन्हें और वक्त देने की सिफारिश कर रहे हैं। इसी कड़ी में भारत के पूर्व महान स्पिनर हरभजन सिंह ने भी अपनी राय दी है।
हेड कोच राहुल द्रविड़ का टी20 फॉर्मेट में सफर
पिछले साल हुए टी20 वर्ल्ड कप के खत्म होने के बाद राहुल द्रविड़ ने बतौर हेड कोच टीम इंडिया की कमान संभाली। वह अपने अब तक के सफर में 39 टी20 इंटरनेशनल मैचों में हेड कोच के रूप में भारतीय टीम को गुरु मंत्र दिया। इन 39 मुकाबलों में से 28 में भारत को जीत मिली और 10 में उसे हार का सामना करना पड़ा जबकि एक मैच बिना किसी नतीजे के खत्म हुआ। द्रविड़ के कार्यकाल के दौरान भारतीय टीम एशिया कप से लीग स्टेज में ही बाहर हो गई और टी20 वर्ल्ड कप 2022 में उसके सफर का अंत सेमीफाइनल में हुआ।
हरभजन ने नए टी20 कोच की नियुक्ति की दी सलाह
हरभजन सिंह का मानना है कि आशीष नेहरा जैसे किसी शख्स को भारत की टी20 कोचिंग सिस्टम का हिस्सा होना चाहिए क्योंकि वह खेल के सबसे छोटे इंटरनेशनल फॉर्मेट को मौजूद हेड कोच राहुल द्रविड़ से बेहतर समझते हैं। नेहरा ने 2017 में खेल से संन्यास ले लिया था और इस साल की शुरुआत में गुजरात टाइटन्स को आईपीएल डेब्यू पर खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
नेहरा के पास टी20 फॉर्मेट की बेहतर समझ- हरभजन
हरभजन ने कहा, ‘‘टी 20 फॉर्मेट में आपके पास आशीष नेहरा जैसा कोई व्यक्ति होना चाहिये जिसने हाल ही में खेल को अलविदा कहा है। वह इस फॉर्मेट को बेहतर समझते हैं। मैं राहुल के साथ लंबे समय तक खेला हूं और उनके लिए पूरा सम्मान है। मैं खेल को लेकर उनकी समझ पर सवाल नहीं उठा रहा हूं लेकिन यह फॉर्मेट थोड़ा अलग और मुश्किल है।’’
हरभजन ने आगे कहा, ‘‘जिसने हाल में इस खेल को खेला है वह टी20 में कोचिंग के काम के लिए बेहतर है। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि आप राहुल को टी20 से हटा दें। आशीष और राहुल दोनों मिलकर 2024 टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम को बनाने के लिए काम कर सकते है।’’
नेहरा के आने से द्रविड़ का काम होगा आसान- हरभजन
हरभजन अबू धाबी टी10 लीग में दिल्ली बुल्स टीम का हिस्सा हैं। इंग्लैंड की टी20 वर्ल्ड कप जीत ने अलग अलग फॉर्मेट के लिए अलग-अलग कोच, कप्तान और प्लेयर चुनने की बहस तेज कर दी है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए हरभजन का मानना है कि इस व्यवस्था से राहुल द्रविड़ के लिए भी ब्रेक लेना आसान होगा और उनकी गैरमौजूदगी में नेहरा टीम के कोच की जिम्मेदारी संभाल सकते है।’’