क्रिकेट मैच में एक खिलाड़ी को मुकाबला जीतने के प्रयास के लिए 'प्लेयर ऑफ द मैच' अवॉर्ड दिया जाता है, जब कोई खिलाड़ी गेंदबाजी या बल्लेबाजी में धमाकेदार प्रदर्शन करे। ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है कि किसी खिलाड़ी को बेहतरीन फील्डिंग के लिए 'प्लेयर ऑफ द मैच' अवॉर्ड मिल गया हो। आज हम अपनी रिपोर्ट में एक ऐसे खिलाड़ी की बात करेंगे, जिसने मैच में न तो गेंदबाजी की और न ही बल्लेबाजी। फिर भी ODI मैच में इस खिलाड़ी को 'प्लेयर ऑफ द मैच' अवॉर्ड मिल गया।
इस खिलाड़ी को मिला था अवॉर्ड
चैंपियंस ट्रॉफी 1986 में वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के बीच मुकाबला खेला गया। इस मैच में पाकिस्तान के कप्तान इमरान खान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, जो गलत साबित हुआ। पाकिस्तान ने रमीज राजा के 44 रनों की मदद से 143 रन बनाए। कर्टनी वॉल्श ने पाकिस्तान के चार विकेट हासिल किए। इसके बाद वेस्टइंडीज टीम ने 34वें ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया, जिसमें गॉर्डन ग्रीनिज ने 74 रन बनाए और डेसमंड हेन्स 59 रन बनाए।
वेस्टइंडीज ने छोटे टारगेट को आसानी से हासिल कर मैच 9 विकेट से जीत लिया। मैच जीतने के बाद अच्छी गेंदबाजी करने कर्टनी वॉल्श और बेहतरीन बल्लेबाजी करने वाले ग्रॉर्डन ग्रीनिज को 'प्लेयर ऑफ द मैच' अवॉर्ड मिलने की उम्मीद थी, लेकिन उन्हें ये अवॉर्ड नहीं मिला। 'प्लेयर ऑफ द मैच' अवॉर्ड वेस्टइंडीज के गुस लोगी को मिला, क्योंकि उन्होंने मैच में तीन कैच लपके थे और जावेद मियांदाद को रन आउट भी किया था।
विव रिचर्डस के नाम भी दर्ज है ये रिकॉर्ड
दिलचस्प बात यह है कि अगर हम बिना विकेट लिए या रन बनाए 'मैन ऑफ द मैच' जीतने वाले खिलाड़ियों पर गौर करें तो विव रिचर्ड्स का नाम भी लिस्ट में आता है। उन्होंने विश्व सीरीज 1989 के सेमीफाइनल में भारत के खिलाफ दिलीप वेंगसरकर, रमन लांबा और मनोज प्रभाकर के तीन कैच लपके थे और 'मैन ऑफ द मैच' जीता था। रिचर्डस ने इस मैच में बल्लेबाजी तो नहीं की थी, लेकिन चार ओवर फेंके थे और बिना विकेट झटके 21 रन लिए थे।
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