ऑस्ट्रेलिया ने धमाकेदार अंदाज में नीदरलैंड्स की टीम को 309 रनों से हरा दिया। वनडे वर्ल्ड कप के इतिहास में ये सबसे बड़ी जीत है। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के लिए ग्लेन मैक्सवेल ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने सिर्फ 40 गेंदों में ही शतक जड़ दिया। वह वनडे वर्ल्ड कप में सबसे तेज शतक बनाने वाले खिलाड़ी बने हैं। उन्होंने मैच में कुल 106 रन बनाए। बेहतरीन पारी के लिए उन्हें 'मैन ऑफ द मैच' अवॉर्ड दिया गया। मैच के बाद ग्लैन मैक्सवेल ने बड़ा बयान दिया है।
मैक्सवेल ने कही ये बात
भारत में हो रहे आईसीसी विश्व कप के दौरान फैंस के मनोरंजन के लिए स्टेडियम में ड्रिंक ब्रेक के दौरान लाइट शो का आयोजन किया जा रहा है लेकिन ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल इससे खुश नहीं है। मैक्सवेल ने कहा कि मैंने बिग बैश लीग में इस तरह का अनुभव किया है। उस दौरान पर्थ स्टेडियम में रोशनी चली गई थी। लाइट शो के लिए अंधेरा होने के बाद जब फिर से लाइट जलने पर ऐसा लगता है जैसे इससे आंखे चौंधिया रही हैं और सिरदर्द हो रहा है।
ग्लैन मैक्सवेल ने कहा कि लाईट शो के बाद आंखों से सामंजस्य बैठाने में थोड़ा समय लगता है। मुझे लगता है कि यह क्रिकेटरों के लिए सबसे बेवकूफी भरा विचार है। पर्थ स्टेडियम की रोशनी खराब हो गई थी और मैं बल्लेबाजी के दौरान दूसरे छोर पर था और मुझे फिर से सामंजस्य बैठाने में काफी समय लग गया। ऐसे में बस जितना संभव हो मैं आंखों को छिपाने की कोशिश करता हूं और इसे अनदेखा करने की कोशिश करता हू। यह एक भयानक विचार है। यह फैंस के लिए अच्छा है, लेकिन खिलाड़ियों के लिए भयानक है।
फॉर्म में लौटे मैक्सवेल
ग्लैन मैक्सवेल ने कहा कि मैं आखिरी ओवरों में खुद स्ट्राइक पर रहने के बारे में सोच रहा था। आखिरी पांच ओवरों में मैं अधिक गेंदों का सामना करना चाहता था। मुझे लगता है कि जब पांच ओवर बचे थे तब मैंने पैट (कमिंस) से कहा कि मैं जितना संभव हो सके उतना पारी को कंट्रोल करने की कोशिश करूंगा। मैं एक रन लेने की जगह ज्यादा स्ट्राइक अपने पास रखना चाहता हूं। मैक्सवेल लंबे समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे थे और उनके बल्ले से रन निकलना मुश्किल हो गए थे। लेकिन वह लय में लौट आए हैं।
(Input: PTI)
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