भारतीय टीम ने सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज 3-1 से अपने नाम की थी। भारत के लिए टी20 सीरीज में संजू सैमसन, तिलक वर्मा और वरुण चक्रवर्ती ने कमाल का प्रदर्शन किया। इन प्लेयर्स की वजह से ही टीम इंडिया सीरीज अपने नाम करने में सफल रही। तिलक ने सीरीज में दो शतकों सहित कुल 280 रन बनाए थे और उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड मिला था। भारत ने चौथा टी20 मैच 135 रनों से जीता था। इस मैच में दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज गेराल्ड कोएत्जी ने अंपायर के एक फैसले का विरोध किया था। जिसके बाद आईसीसी ने अब उन पर एक्शन लिया है।
गेराल्ड कोएत्जी ने मानी अपनी गलती
गेराल्ड कोएत्जी को टी20 इंटरनेशनल मैच में अंपायर के फैसले का विरोध करने पर फटकार लगाई गई। उन्होंने अपनी एक गेंद को अंपायर द्वारा ‘वाइड’ करार दिए जाने के बाद अनुचित टिप्पणी की। आईसीसी की प्रेस रिलीज में बताया गया है कि गेराल्ड कोएत्जी को खिलाड़ियों और खिलाड़ियों के सहयोगी कर्मचारियों से जुड़ी आईसीसी आचार संहिता के नियम 2.8 के उल्लंघन का दोषी पाया गया जो टी20 इंटरनेशनल मैच के दौरान अंपायर के फैसले का विरोध करने से जुड़ा है। उनके अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ा गया। उन्होंने अपराध और सजा को स्वीकार कर लिया इसलिए किसी औपचारिक सुनवाई की आवश्यकता नहीं थी।
24 महीने के अंदर चार डिमेरिट अंक होने पर लगता है प्रतिबंध
लेवल एक उल्लंघन के लिए कम से कम सजा आधिकारिक फटकार है जबकि अधिकतम सजा खिलाड़ी की मैच फीस का 50 प्रतिशत और एक या दो डिमेरिट अंक उसके खाते में जोड़ना है। जब कोई खिलाड़ी 24 महीने की अवधि के भीतर चार या उससे अधिक डिमेरिट अंक तक पहुंच जाता है तो उन्हें निलंबन अंक में बदल दिया जाता है और खिलाड़ी पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है।
गेराल्ड कोएत्जी भारत के खिलाफ टी20 सीरीज में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। उन्होंने चार टी20 मैचों में सिर्फ चार विकेट ही अपने नाम किए। उन्होंने अभी तक साउथ अफ्रीका के लिए 10 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 12 विकेट अपने नाम किए हैं। उनके नाम पर टेस्ट में 10 विकेट और वनडे में 31 विकेट दर्ज हैं।
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