Highlights
- टीम इंडिया की हार के पीछे 5 कारण जिम्मेदार
- साउथ अफ्रीका के खिलाफ 212 रन के लक्ष्य को नहीं बचा सका भारत
- भारत का लगातार 13 जीत के वर्ल्ड रिकॉर्ड का सपना टूटा
टीम इंडिया को साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में हार का स्वाद चखना पड़ा। ये हार दो वजहों से मुंह का स्वाद बिगाड़ने वाली थी। पहला, भारत लगातार सर्वाधिक 13 टी20 इंटरनेशनल मैचों को जीतने से चूक गया। दूसरा, भारत को ये हार पहले बल्लेबाजी करते हुए 211 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा करने के बाद मिली। जब हार इतनी बड़ी है तो उसकी वजहें भी खास होनी चाहिए। आइये जानते हैं हार की पांच बड़ी वजहों के बारे में।
रोहित - विराट की गैर-हाजिरी
साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में टीम इंडिया के दो धुरंधरों विराट कोहली और रोहित शर्मा को आराम दिया गया। टी20 क्रिकेट में जीत की कई इबारत लिखने वाले इन दोनों सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी ने टीम को अचानक अनुभवहीन युवाओं के झुंड में बदल दिया। टीम को कप्तान बदलना पड़ा और मैदान पर निर्देश देने वाले खिलाड़ी भी गायब हो गए। इंडियन टॉप ऑर्डर को ईशान किशन और ऋतुराज गायकवाड़ के हाथों में छोड़ना पड़ा। हालांकि इन दोनों ने शुरुआत में अच्छा प्रदर्शन किया, किशन ने 76 और गायकवाड़ ने 23 रन बनाए, लेकिन मैदान पर रोहित, विराट के न होने से पूरे मैच में टीम पूरी तरह से सही दिशा में आगे नहीं बढ़ सकी।
अश्विन – बुमराह का नहीं होना
साउथ अफ्रीका के खिलाफ इस मुकाबले में स्पिनर आर अश्विन और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के होने से नजारा कुछ और हो सकता था। ये दोनों भारत के सबसे सफल और किफायती टी20 गेंदबाज़ों में शामिल हैं। अश्विन ने सबसे ज्यादा 276 विकेट चटकाए हैं वह भी 6.95 की इकॉनमी से। वहीं बुमराह ने 7.01 की इकॉनमी से 253 विकेट लिए हैं। ऐसे में इन दोनों खिलाड़ियों के मैदान में होने से अफ्रीकी टीम के लिए 212 का लक्ष्य हासिल करना बेहद मुश्किल होता।
केएल राहुल की इंजरी
सीरीज के पहले मैच से ठीक पहले कप्तान केएल राहुल का चोटिल होना पूरी टीम की रणनीति को बिगाड़ने वाला साबित हुआ। महज एक दिन पहले उन्हें इंजरी हुई और टीम के कप्तान का चेहरा बदल गया। ऋषभ पंत को रातों-रात कप्तान नियुक्त किया गया। इस बदलाव ने टीम की संतुलन को पूरी तरह से बिगाड़ दिया।
भारत की खराब फील्डिंग
साउथ अफ्रीका के खिलाफ दिल्ली में हुए टी20 मैच में भारत की खराब फील्डिंग ने गेंदबाजों के लिए काम को और मुश्किल बना दिया। खासकर श्रेयस अय्यर ने जिस तरह से रासी वेन डर डुसेन का कैच टपकाया वह मैच का टर्निंग प्वॉइंट साबित हुआ। इस जीवनदान के बाद डुसेन ने 16 गेंदों में 46 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिला दी।
टीम इंडिया की खराब गेंदबाजी
इसमें कोई शक नहीं कि इस मैच में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। इस मैच में आवेश खान को छोड़कर बाकी के तमाम गेंदबाजों ने 10 से ऊपर की इकॉनमी से रन लुटाए। आखिरी 4 ओवर्स में भारतीय गेंदबाजों ने 56 रन दिए, नतीजा भारत को एक बड़ी हार का सामना करना पड़ा।