भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही 5 मैचों की टेस्ट सीरीज को 4-1 से अपने नाम करने में सफलता हासिल की। धर्मशाला के मैदान पर दोनों टीमों के बीच खेले गए सीरीज के आखिरी मैच के तीसरे दिन ही टीम इंडिया ने इसे पारी और 64 रनों से जीत लिया। इसी के साथ भारतीय टीम के टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि जीत और हार का रिकॉर्ड बराबरी पर गया है। टीम इंडिया का इस टेस्ट सीरीज में पहले मुकाबले में मिली हार के बाद बाकी के चार मैचों में एकतरफा प्रदर्शन देखने को मिला। धर्मशाला में भी भारतीय टीम अपने उसी फॉर्म को बरकरार रखने में कामयाब रही जिसमें बल्ले से कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल का कमाल देखने को मिला तो वहीं गेंद से रविचंद्रन अश्विन और कुलदीप यादव ने कमाल दिखाया।
पहली बार टीम इंडिया जीत-हार के रिकॉर्ड को कर पाई बराबर
भारतीय टीम ने अब तक टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 579 मैच खेले हैं, इसमें से टीम इंडिया ने अब जहां 178 मैचों में जीत हासिल कर ली है, तो वहीं उन्हें 178 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। टीम इंडिया के टेस्ट क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि उसके जीते हुए मैचों की संख्या हारे हुए मैचों की संख्या के बराबर आ गए हैं। टीम इंडिया ने इसके अलावा 222 मैच जहां ड्रॉ खेले हैं तो वहीं एक मैच बराबरी पर खत्म हुआ है। भारतीय टीम टेस्ट क्रिकेट में जीत हासिल करने के मामले में अब चौथे नंबर पर पहुंच गई है। इस लिस्ट में पहले नंबर पर ऑस्ट्रेलिया की टीम है जिन्होंने 413 मुकाबलों को अपने नाम किया है, वहीं दूसरे नंबर पर इंग्लैंड की टीम है जो 392 मैचों को अपने नाम करने में कामयाब रही है।
इंग्लैंड ने गंवाए हैं टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा मैच हारने वाली टीमों को लेकर बात की जाए तो उसमें भारतीय टीम 178 मैचों में हार के साथ पांचवें नंबर पर है। वहीं इस लिस्ट में पहले स्थान पर इंग्लैंड की टीम है जिनको टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अब तक 324 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। वहीं दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया की टीम है जो टेस्ट में अब तक 232 मैच हार चुकी है।
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