FIFA World Cup 2022: इस वक्त दुनिया पर फीफा विश्व कप 2022 का खुमार छाया हुआ है, जो देश इसमें खेल रहे हैं, उनकी नजरें तो मुकाबलों पर हैं ही, लेकिन जो टीमें नहीं भी खेल रही हैं, उनके भी फुटबॉल फैंस लगातार इस पर नजर बनाए हुए हैं और अपने पसंदीदा खिलाड़ियों का खेल देख रहे हैं। अब कनाडा के फैंस के लिए अच्छी खबर सामने आ रही है। कनाडा की टीम करीब 36 साल बाद इसमें वापसी कर रही है। यानी टीम का लंबा इंतजार अब खत्म होने के लिए है। टीम का पहला ही मुकाबला बेल्जियम जैसी मजबूत टीम से होना है। कनाडा की टीम 1986 के बाद पहली बार फुटबॉल विश्वकप में खेल रही है। बेल्जिमय की टीम 2018 के विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंची थी और इस वक्त भी फीफा रैंकिंग में दूसरे नंबर पर है। कनाडा की टीम ने जब 36 साल पहले जब अपने पहले विश्वकप में खेला था तो टीम एक भी गोल करने में कामयाब नहीं हो पाई थी। उस वक्त फ्रांस, हंगरी और सोवियत संघ से टीम को हार मिली थी। लेकिन अब की बात करें तो टीम में नए और युवा खिलाड़ी खेल रहे हैं। इसमें अल्फोंसो डेविस, जोनाथन डेविड और काइल लारिन शामिल हैं।
कनाडा और बेल्जिमय के ग्रुप में ये हैं बाकी टीमें
बेल्जियम और कनाडा के अलावा ग्रुप एफ में क्रोएशिया और मोरक्को की टीम भी हैं। लेकिन इन सभी में बेल्जियम की टीम सबसे मजबूत नजर आ रही है जो 2018 में तीसरे स्थान पर थी। पिछले करीब सात साल से बेल्जियम कोच रॉबर्टो मार्टिनेज की देखरेख में खेल रही है और पिछले साल यूरोपीय चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में भी टीम ने पहुंचने में कामयाबी हासिल की थी। बेल्जियम में केविन डी ब्रुइन और एडेन हजार्ड के साथ ही रोमेलु लुकाकू जैसे अनुभवी खिलाड़ी हैं और वे इस विश्वकप को अपने लिए यादगार बनाने हर संभव कोशिश करेंगे। ऐसे में कनाडा के लिए ये मुकाबला और बाकी बचे हुए मुकाबले भी आसान नहीं होने वाले।
स्पेन का होगा कोस्टारिका से मुकाबला
उधर स्पेन अपने दूसरे खिताब की कवायद में बुधवार को कोस्टारिका का सामना करेगा तो विश्व कप में उसके लिए नए युग की शुरुआत होगी, क्योंकि उसकी टीम में अधिकतर युवा खिलाड़ी शामिल हैं। स्पेन की इस नई टीम की अगुवाई लगातार दो गोल्डन ब्वॉय पुरस्कार विजेता पेड्री और गावी करेंगे। इन खिलाड़ियों की कोस्टारिका की अनुभवी टीम के सामने कड़ी परीक्षा होगी। कोस्टारिका ने अपनी टीम में कुछ उन खिलाड़ियों को शामिल किया है जिन्होंने उसे आठ साल पहले क्वार्टर फाइनल में पहुंचाने में मदद की थी। कोस्टारिका को उम्मीद है कि वह ब्राजील में आठ साल पहले खेले गए विश्वकप की सफलता को दोहराने में सफल रहेगा और चार साल पहले रूस में मिली निराशा से बचना चाहेगा। तब कोस्टारिका की टीम एक भी मैच नहीं जीत पाई थी और पहले दौर में ही बाहर हो गई थी।