Highlights
- इंग्लैंड ने बनाया वनडे इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर
- नीदरलैंड्स के खिलाफ 498/4 का स्कोर खड़ा किया
- बटलर और लिविंगस्टोन विश्व रिकॉर्ड से चूके
इंग्लैंड क्रिकेट टीम 11 महीने बाद अपना पहला वनडे मैच खेलने उतरी और इसके साथ ही एक नहीं बल्कि कई रिकॉर्ड्स तोड़ दिए। नीदरलैंड्स के खिलाफ पहले मैच में वनडे इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर बनाने के साथ-साथ ढेरों उपलब्धियां हासिल की। इंग्लैंड ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में चार विकेट खोकर 498 रन का विशालकाय स्कोर खड़ा किया। आइए जानते हैं मैच में कौन-कौन से रिकॉर्ड बने...
इंग्लैंड के लिए एक पारी में तीन शतक
इंग्लैंड की तरफ से तीन बल्लेबाजों ने शतक लगाया। इंग्लैंड क्रिकेट के वनडे इतिहास में यह पहली बार है जब एक ही पारी में उसके तीन खिलाड़ियों ने शतक लगाए। इंग्लैंड की तरफ से फिल साल्ट (122), डाविड मलान (125) और जोस बटलर (162*) बनाए। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इससे पहले यह कारनामा दो बार हुआ था और दोनों ही बार दक्षिण अफ्रीका ने यह रिकॉर्ड बनाया था।
वनडे इतिहास का सबसे बड़ा टीम स्कोर
इंग्लैंड ने अपने पुराने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए वनडे इतिहास का सबसे बड़ा टीम स्कोर बनाया। इससे पहले उसने 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 481/6 और 2016 में पाकिस्तान के खिलाफ 444/3 रन बनाया था। लेकिन इस बार उसने नीदरलैंड्स के खिलाफ 498/4 का स्कोर बनाया।
इंग्लैंड के लिए सबसे तेज 150 रन
जोस बटलर ने इंग्लैंड की तरफ से सबसे तेज 150 रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। यह क्रिकेट इतिहास की दूसरी सबसे तेज 150 रन की पारी भी है। बटलर ने 65 गेंदों में जबकि एबी डिविलियर्स ने 64 गेंदों में यह कमाल किया था।
इंग्लैंड के लिए सबसे तेज अर्धशतक
लियाम लिविंगस्टोन ने इंग्लैंड के लिए सबसे तेज अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। उन्होंने महज 17 गेंदों में अपनी फिफ्टी पूरी की, जो विश्व क्रिकेट में दूसरी सबसे तेज अर्धशतकीय पारी है।
एक पारी में सर्वाधिक छक्के
इंग्लैंड ने छक्कों के मामले में भी विश्व रिकॉर्ड बनाया। एक पारी में सर्वाधिक छक्कों का रिकॉर्ड भी इंग्लैंड के नाम हो गया। दिलचस्प यह है कि इससे पहले 24 छक्कों का रिकॉर्ड भी इंग्लैंड के नाम ही था।
मलान का तीनों फॉर्मेट में शतक
डाविड मलान ने अपना पहला एकदिवसीय शतक लगाया। इसी के साथ वह तीनों प्रारुप में शतक लगाने वाले इंग्लैंड के दूसरे मेंस क्रिकेटर बन गए हैं। उनसे पहले जोस बटलर ने ही यह कारनामा किया था।