Highlights
- टीम इंडिया चौथे दिन दूसरी पारी में 245 रन पर सिमट गई थी
- श्रेयस अय्यर की कमजोर सामने आई, फिर बाउंसर पर आउट
- शार्दुल, शमी और जसप्रीत बुमराह भी उछाल लेती गेंदों पर आउट
ENG vs IND : भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का आखिरी मैच चल रहा है। आज मैच का पांचवां दिन है। इस बीच टीम इंडिया ने इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 378 रनों का टारगेट तो रखा है, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि ये लक्ष्य नाकाफी साबित हो सकत है। टीम इंडिया एक वक्त काफी मजबूत नजर आ रही थी, लेकिन चौथे दिन अचानक से एक के बाद एक विकेट गिरते चले गए और भारतीय टीम और भी बड़ा स्कोर नहीं कर सकी। भारतीय बल्लेबाजों ने चौथे दिन जिस तरह का प्रदर्शन किया, उसे टीम के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर भी काफी निराश नजर आए। चौथे दिन का खेल खत्म होने के बाद विक्रम राठौर ने अपनी बात रखी और बताया कि कहां चूक हो गई। वहीं ये भी कहा कि टीम इंडिया यहां से भी मैच जीत सकती है, अगर पहले घंटे में भारत को इंग्लैंड के दो विकेट भी मिल गए तो।
टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने कहा है कि पांचवें टेस्ट के चौथे दिन भारतीय बल्लेबाज शॉर्ट गेंदों से निपटने में नाकाम रहे और उन्होंने साधारण बल्लेबाजी की, जिससे इंग्लैंड को वापसी करके मैच में अपनी स्थिति बेहद मजबूत करने का मौका मिल गया। पहली पारी में 132 रन की बढ़त बनाने वाली टीम इंडिया चौथे दिन दूसरी पारी में 245 रन पर सिमट गई। इससे इंग्लैंड को 378 रन का लक्ष्य मिला। इंग्लैंड ने इसके बाद शानदार बल्लेबाजी की और टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अपने सबसे बड़े लक्ष्य को हासिल करने से केवल 119 रन दूर है। कोच विक्रम राठौड़ ने चौथे दिन के खेल के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मैं सहमत हूं कि जहां तक बल्लेबाजी का सवाल है तो हमारे लिए यह साधारण दिन रहा। हम आगे थे, हम ऐसी स्थिति में थे कि अपनी बल्लेबाजी से उन्हें मुकाबले से बाहर कर सकते थे। दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि कई बल्लेबाजों ने शुरुआत की लेकिन इसे बड़ी पारी में नहीं बदल पाए। हमें उम्मीद थी कि उनमें से एक बड़ी पारी खेलेगा और बड़ी साझेदारी होगी लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ।
भारत को खराब शॉट सेलेक्शन का खामियाजा भुगतना पड़ा और बल्लेबाज शॉर्ट गेंदों के खिलाफ जूझते दिखे। श्रेयस अय्यर एक बार फिर बाउंसर पर आउट हुए जबकि शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने भी उछाल लेती गेंदों पर विकेट गंवाए। वविक्रम राठौड़ ने कहा कि उन्होंने हमारे खिलाफ शॉर्ट गेंदबाजी करने की रणनीति बनाई। हमें थोड़ी बेहतर रणनीति की जरूरत थी। हम इससे थोड़े अलग तरीके से निपट सकते थे। खिलाड़ियों ने शॉट खेलने का प्रयास किया, लेकिन अच्छी तरह से ऐसा नहीं कर पाए और आउट हो गए। भारत जनवरी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट में भी इसी तरह की स्थिति में था जहां उन्होंने पहली पारी में छोटी बढ़त हासिल की थी लेकिन दूसरी पारी में शॉर्ट गेंदबाजी का सामना करने में बल्लेबाज नाकाम रहे और टीम ने मैच सात विकेट से गंवाने के साथ सीरीज भी 1-2 से गंवा दी।
यह पूछने पर कि क्या उन्हें इंग्लैंड के शॉर्ट गेंदबाजी का इस्तेमाल करने की उम्मीद थी तो उन्होंने कहा कि बेशक, इस लेवल पर आप उम्मीद करते हैं कि हमारे खिलाफ शॉर्ट गेंदबाजी का इस्तेमाल होगा और विशेषकर भारतीय टीम के खिलाफ पिछले काफी समय से शॉर्ट गेंदबाजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। राठौड़ को उम्मीद है कि पांचवें दिन कुछ जल्द विकेट चटकाकर भारत अब भी मैच में वापसी कर सकता है। उन्होंने कहा कि सुबह दो विकेट जल्दी चटका दें तो मैच में दोबारा वापसी कर लेंगे। हमें यह पता है, हम खेल को समझते हैं, यह अब भी बड़ा लक्ष्य है। अब भी 100 से अधिक रन बनाने हैं। शमी और बुमराह जिस तरह की गेंदबाजी कर रहे हैं, यह उनकी जद से बाहर नहीं है। वे एक विकेट चटकाते हैं तो फिर एक, दो या तीन विकेट और गिर सकते हैं। इससे हम मैच में वापसी कर सकते हैं।
(Bhasha inputs)