ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को दूसरे टेस्ट मैच में 43 रनों से हरा दिया। इस मैच को जीतने के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त ले ली है। दूसरे टेस्ट में जॉनी बेयरस्टो को आउट दिया जाना विवाद का बड़ा विषय बन गया। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज क्रिकेटर्स एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। अब इसी कड़ी में ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का बयान भी सामने आया है।
इस वजह से हुआ था विवाद
इंग्लैंड के रन चेस के दौरान जब जॉनी बेयरस्टो बल्लेबाजी कर रहे थे, तब कैमरून ग्रीन की एक बाउंसर पर वह नीचे बैठ गए और फिर यह सोचकर क्रीज से आगे चले गए कि ओवर खत्म हो गया है। लेकिन तब तक ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने गेंद स्टंप पर मार दी, जिसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम की अपील पर थर्ड अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया। बस यहीं से सारा विवाद शुरू हो गया। कई दिग्गज क्रिकेटर्स इंग्लैंड टीम के साथ थे कि बेयरस्टो को गलत आउट दिया गया है। वहीं, कुछ ने कहा कि उन्हें क्रीज से आगे जाने की जरूरत नहीं थी और उन्हें सही आउट दिया गया है।
MCC ने तीन लोगों किया सस्पेंड
जब ऑस्ट्रेलियाई टीम लॉन्ग रूम से होकर ड्रेसिंग रूम में जा रही थी, तब मैरिलबोन क्रिकेट क्लब के कई सदस्यों ने ऑस्ट्रेलियाई प्लेयर्स के साथ बहस की और उन्हें भला बुरा कहा। इसके बाद मैरिलबोन क्रिकेट क्लब में अपने तीन सदस्यों को सस्पेंड कर दिया। इंग्लैंड क्रिकेट फैंस ने ग्राउंड पर चीट-चीट के नारे भी लगाए।
ब्रिटेन के PM ने कही ये बात
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री कप्तान बेन स्टोक्स की बात से सहमत हैं और ऑस्ट्रेलिया की तरह कोई भी गेम नहीं जीतना चाहेगा। हालांकि पीएम सुनक ने स्टोक्स की तारीफ की। उन्होंने 155 रनों की पारी खेलकर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उन्हें विश्वास है कि इंग्लैंड हेडिंग्ले पर वापसी करेगा।
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने दिया बयान
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस और प्लेयर्स इस बात पर अड़े रहे कि एलेक्स कैरी ने जो भी किया वह नियमानुसार किया है। अब ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने इस पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि मुझे हमारी पुरुष और महिला क्रिकेट टीमों पर गर्व है, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एशेज सीरीज के दो शुरुआती मैच जीते हैं। जैसा कि ऑस्ट्रेलिया की पुरानी आदत है जीतना और वही कर रहे हैं। हम उनके साथ हैं और उनका स्वागत करने के लिए तत्पर हैं, जब वो विजयी होकर घर लौटें।