भारत और पाकिस्तान के बीच कोलंबो में एमर्जिंग एशिया कप 2023 का फाइनल मुकाबला खेला जा रहा है। इस मुकाबले में टीम इंडिया की शुरुआत उम्मीद के मुताबित नहीं रही। टॉस जीतकर भारतीय कप्तान यश धुल ने पहले गेंदबाजी का फैसला किया। पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज सईम अय्यूब और साहिबजादा फरहान ने ताबड़तोड़ शुरुआत की। भारत को 17 ओवर तक कोई भी विकेट नहीं मिला और पाकिस्तान के दोनों ओपनर्स ने अर्धशतक लगाकर 115 रन जोड़ लिए थे। भारतीय गेंदबाज विकेट के लिए तरसते नजर आए। राजवर्धन हांगरगेकर के दूसरे और पारी के चौथे ओवर में नो बॉल पर सईम अय्यूब को आउट तो किया था लेकिन वो नो बॉल हो गई। बस इसके बाद 2017 चैंपियंस ट्रॉफी की वो बुरी यादें ताजा हो गईं जिसको शायद कोई भारतीय फैन याद नहीं रखना चाहता।
हालांकि, पारी के 18वें ओवर में मानव सुथर ने अय्यूब को 59 के स्कोर पर वापस पवेलियन भेजा। यहां पर भी कुछ ऐसा हुआ जो टीम इंडिया के लिए बुरा संयोग साबित हुआ। मैच की शुरुआत से पहले विकेट तक कई ऐसे संयोग हुए जिससे भारतीय क्रिकेट फैंस की उम्मीदें धूमिल होती दिखीं। दरअसल 2017 में लंदन के ओवल में खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान ने भारत को 180 रनों से मात दी थी। वहां भी पाकिस्तान की शुरुआत शानदार रही थी। अजहर अली और फखर जमां ने आतिशी शुरुआत की थी। जमां ने शतक जड़ा था और अजहर अली 59 रन बनाकर आउट हुए थे। भारतीय बल्लेबाजी इस मैच में पूरी तरह फ्लॉप साबित हुई थी।
नो बॉल के संयोग ने बढ़ाई टीम इंडिया की टेंशन
अब अगर संयोग की बात करें तो पारी के चौथे ओवर से भारतीय टीम का भाग्य ने साथ नहीं दिया। 59 रनों की पारी खेलने वाले सईम अय्यूब पारी के चौथे ओवर में ही राजवर्धन हांगरगेकर की नो बॉल पर आउट हो गए। बाद में यह नो बॉल भारत के लिए नुकसानदायक साबित हुई और अय्यूब ने फरहान के साथ मिलकर 121 रनों की साझेदारी कर दी। ऐसे ही 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में चौथे ओवर में जसप्रीत बुमराह की नो बॉल टीम इंडिया के लिए भारी पड़ी थी। खास बात यह की बुमराह ने भी पारी के चौथे ओवर में फखर जमां को नो बॉल पर आउट किया था। बाद में जमान ने 114 रनों की पारी खेली और टीम इंडिया के लिए काल बन गए। ऐसा ही 2016 टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भी हुआ था जहां रविचंद्रन अश्विन ने लेंडल सिमंस को नो बॉल पर आउट किया था और बाद में सिमंस हार और जीत के बीच का अंतर साबित हुए थे।
टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला
साल 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था। बाद में उनका यह फैसला काफी विवादों का कारण भी बना था। ऐसा ही कुछ यहां यश धुल ने कर दिया और हाईवोल्टेज और प्रेशर वाले मैच में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुन ली। परिणामस्वरूप पाकिस्तान ने कमाल की शुरुआत की। हालांकि, इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया अभी तक अजेय रही है। चार में से तीन मैच टीम ने पहले गेंदबाजी करते हुए ही जीते हैं। लेकिन आज पाकिस्तानी बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों पर हावी नजर आए। अब देखना होगा कि क्या यह संयोग सच की ओर ले जाते हैं या फिर भारत की यह युवा टीम इतिहास रचेगी। भारत ने इससे पहले एकमात्र एमर्जिंग एशिया कप का खिताब जीता है और वो भी साल 2013 में सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में पाकिस्तान को हराकर जीता था। यानी इतने नकारात्मक संयोगों के बीच एक सकारात्मक संयोग भी सामने आ गया है।