Duleep Trophy 2022 Final: पहली पारी में साउथ जोन से पिछड़ने के बाद वेस्ट जोन ने दूसरी पारी में जोरदार वापसी की। पहली की तरह दूसरी पारी में भी वेस्ट जोन के कप्तान अजिंक्य रहाणे का बल्ला खामोश ही रहा। लेकिन टीम के युवा सलामी बल्लेबाज ने पहले दिन लय खोई लय को तीसरे दिन हासिल कर लिया। दलीप ट्रॉफी में लगातार बड़ी पारियां खेल रहे यशस्वी जायसवाल ने एकबार फिर से शानदार बल्लेबाजी की और टीम को एक बड़ी लीड दिला दी
यशस्वी जायसवाल ने खेली बाजी पलटने वाली पारी
यशस्वी जायसवाल ने खेल के तीसरे दिन नाबाद दोहरा शतक लगाया। उनकी इस पारी से वेस्ट जोन ने दलीप ट्रॉफी फाइनल में शुक्रवार को साउथ जोन के खिलाफ दूसरी पारी में 3 विकेट पर 376 रन बनाकर अपनी स्थिति मजबूत कर ली। जायसवाल ने 244 गेंद की नाबाद पारी में 23 चौके और तीन छक्के लगाकर 209 रन बनाए। वेस्ट जोन ने इस पारी को 57 रन से पिछड़ने के बाद शुरू की थी। जायसवाल की जबरदस्त बल्लेबाजी के दम पर वेस्ट जोन ने शानदार वापसी की। दिन का खेल खत्म होने तक 319 रन की बढ़त कायम कर ली और उसके सात विकेट शेष हैं। उन्होंने पहले विकेट के लिए प्रियांक पंचाल के साथ 110 रन की साझेदारी की। पंचाल ने 40 रन की पारी खेली। इसके बाद, जायसावल ने इस दौरान तीसरे विकेट के लिए श्रेयस अय्यर के साथ 169 रन की साझेदारी की और चौथे विकेट के लिए सरफराज खान के साथ 58 रन की अटूट साझेदारी कर टीम को मजबूती दिलाई। श्रेयस अय्यर ने दूसरी पारी में 71 रन बनाए और 113 गेंद की पारी में 4 चौके और 2 छक्के लगाए। जबकि सरफराज 30 रन बनाकर जायसवाल के साथ क्रीज पर मौजूद हैं।
दूसरी पारी में भी अजिंक्य रहाणे हुए फेल
इससे पहले साउथ जोन ने दिन की शुरुआत सात विकेट पर 318 रन से की लेकिन इसमें सिर्फ 9 रन के इजाफे के साथ उसकी पूरी पारी सिमट गयी। पहली पारी में सिर्फ 8 रन बनाने वाले वेस्टर्न जोन के कप्तान अजिंक्य रहाणे दूसरी पारी में भी नाकाम रहे। उन्होंने सिर्फ 15 रन बनाए।
वेस्ट जोन जल्द पारी घोषित करने की करेगा कोशिश
कोयंबटूर में खेले जा रहे इस खिताबी मुकाबले में पिच पूरी तरह से बैटिंग फ्रेंडली हो चुकी है लिहाजा वेस्ट जोन खेल के चौथे दिन स्कोरबोर्ड को तेजी से आगे बढ़ाने की कोशिश करेगा। अगर पहले सेशन के बाद वे पारी घोषित करते हैं तो उनके पास साउथ जोन को आउट करने के लिए 5 सेशन का वक्त होगा। बता दें कि साउथ जोन को खिताब जीतने के लिए कम से कम इस मैच को ड्रॉ करना होगा। इस टूर्नामेंट में विजेता का फैसला लक्ष्य का पीछा करने या पहली पारी में बढ़त के आधार पर किया जाता है।