![Chandrakant pandit, Alex Ferguson, ranji trophy, mum vs mp](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
Highlights
- चंद्रकांत पंडित ने बतौर कोच छठा खिताब जीता
- मध्य प्रदेश को पहली बार बनाया चैंपियन
- दिनेश कार्तिक ने बताया रणजी का एलेक्स फर्ग्यूसन
किसी भी टीम या खिलाड़ी को सफल होने के लिए एक गुरू या मार्गदर्शक की दरकार हमेशा होती है और ऐसे में अगर चंद्रकांत पंडित जैसा कोच मिल जाए तो फिर सफलता तय है। विदर्भ हो या मध्य प्रदेश, उन्हें उनका पहला रणजी ट्रॉफी का खिताब दिलाने का श्रेय चंद्रकांत पंडित को ही जाता है।
पूर्व क्रिकेटर और एक सख्त प्रशासक के लिए मशहूर चंद्रकांत पंडित बतौर कोच रणजी ट्रॉफी का अपना छठा खिताब जीत चुके हैं। उनकी कोचिंग में मध्य प्रदेश ने रविवार को रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट की सबसे सफल टीम मुंबई को हराया और चैंपियन बनी। 60 साल के पंडित के लिए यह जीत कोई नई नहीं थी, लेकिन कई मायनों में खास और यादगार रही।
चंद्रकांत पंडित ने बतौर कोच पहली बार मध्य प्रदेश का साथ पकड़ा और 23 साल पुराना अपना अधूरा सपना पूरा किया। वह 1998-99 में मध्य प्रदेश को अपनी कप्तानी में खिताब दिलाने से चूक गए थे। उनकी कप्तानी में एमपी को फाइनल में कर्नाटक के हाथों हार का सामना करना पड़ा था और वह भी चिन्नास्वामी स्टेडियम में, लेकिन इस बार कोच के तौर पर वह मध्य प्रदेश का खिताब दिलाने में सफल रहे।
इससे पहले पंडित की कोचिंग में मुंबई ने तीन, विदर्भ ने दो और अब मध्य प्रदेश ने एक खिताब जीत लिया। एमपी की जीत के बाद चंद्रकांत पंडित की जहां हर तरफ तारीफ हो रही हैं तो वहीं भारतीय क्रिकेटर दिनेश कार्तिक नें उन्हें रणजी ट्रॉफी का एलेक्स फर्ग्यूसन बता दिया। ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर कौन हैं एलेक्स फर्ग्यूसन जिनसे चंद्रकांत पंडित की तुलना हुई है।
कौन हैं एलेक्स फर्ग्यूसन
एलेक्स फर्ग्यूसन एक फुटबॉलर होने के साथ-साथ मैनेजर भी रहे। उन्हें फुटबॉल की दुनिया का सबसे सफल टीम मैनेजर कहा जाता है। वह 1986-2013 तक मैनचेस्टर यूनाईटेड के मैनेजर रहे और इस दौरान टीम को कई खिताब दिलाए। मैनेजर के तौर पर उन्होंने अपने करियर में कुल 49 खिताब जीते, जो किसी भी अन्य मैनेजर की तुलना में सबसे अधिक है। स्कॉटिश फुटबॉलर को 1986 में पहली बार मैनचेस्टर यूनाईटेड का मैनेजर बनाया गया था। इसके बाद उनके 26 साल के कार्यकाल में टीम ने 13 प्रीमियर लीग, पांच एफए कप और दो चैंपियंस लीग खिताब समेत कुल 38 ट्रॉफियां जीतीं। उनकी उपलब्धियों की वजह से उन्हें 1999 में नाईटहुड 'सर' की उपाधि दी गई।