Highlights
- दीप्ति के रन आउट पर मच रहा बवाल
- हरमन ने किया था इशारा
- कप्तान ने खुद किया था सपोर्ट
Deepti Sharma: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड को तीन मैचों की सीरीज के आखिरी वनडे मुकाबले में 16 रनों से मात दी। इसी के साथ टीम इंडिया ने इस सीरीज पर 3-0 से कब्जा किया। हालांकि इस मैच का आखिरी विकेट जिस अंदाज में गिरा उससे सोशल मीडिया पर बवाल मच गया। बता दें कि भारत की दीप्ति शर्मा ने इंग्लैंड की बल्लेबाज चार्ली डीन को नॉन स्ट्राकिंग एंड पर रन आउट कर दिया। जिसके बाद लोगों ने इस मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की राय दीं। हालांकि दीप्ति को ऐसा करने के लिए खुद कप्तान हरमनप्रीत कौर ने ही कहा था।
हरमनप्रीत ने किया था इशारा
भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने ही तीसरे वनडे के दौरान दीप्ति शर्मा को इशारा करते हुए कहा था कि वो चार्ली डीन को रन आउट कर दें। दीप्ति ने अपने कप्तान की बात मानते हुए वैसा ही कर दिया। इंग्लैंड के खिलाफ पहली बार 3-0 की क्लीन स्वीप में अपनी शानदार बल्लेबाजी से प्लेयर ऑफ द सीरीज बनी भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने इस मैच के बाद कहा कि दीप्ति शर्मा का शार्लेट डीन को रन आउट करना नियमों के अनुरूप था।
हरमन ने किया दीप्ति का सपोर्ट
हरमनप्रीत कौर ने मैच के बाद कहा, "यह विकेट बहुत मुश्किल था और इस पर 170 बनाना बहुत अच्छा प्रयास था। हमें पता था कि हमारे पास अच्छा पेस अटैक है। (आखिरी विकेट पर) मुझे लगा आप मुझसे 10वें विकेट के बारे में पूछेंगे। यह नियम के अनुसार है। यह दिखाता है आप कितने जागरूक हैं और मैं हमेशा अपने खिलाड़ी का समर्थन करूंगी। उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया जो नियम के खिलाफ हो।"
झूलन को लेकर कही दिल जीतने वाली बात
कप्तान ने कहा, "हमने दिखाया कि हम कहीं से भी जीत सकते हैं। मैं अपने गेम को एन्जॉय कर रहीं हूं और मुझे पता है अगर मैं लंबा खेलूं तो टीम को फायदा मिलता है।" झूलन गोस्वामी के संन्यास पर हरमन ने कहा, "(झूलन) वह मेरी कप्तान थीं और उन्होंने हमेशा मेरे बुरे वक्त में भी मेरा समर्थन किया है। वह मेरी 'गो-टू' व्यक्ति हैं और मैंने हमेशा उनको अपने बुरे समय में याद किया है।"
दीप्ति का फैसला था सही
बता दें कि क्रिकेट के नियमों के हिसाब से दीप्ती का चार्ली डीन को मांकडिंग के जरिए आउट करना कहीं से भी गलत नहीं था। मौजूदा समय में इसे रन आउट ही माना जाएगा। आईसीसी के हिसाब से ये एकदम लीगल है और थर्ड अंपायर ने भी इंग्लैंड की खिलाड़ी को आउट दे दिया। अगर दीप्ति उस वक्त ऐसा नहीं करती तो चार्ली डीन आराम से उस मैच को भारत के हाथों से छीन लेतीं।