David Warner Lifetime Ban: ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर अपनी टीम का अहम हिस्सा है। लेकिन वह एक बंधन में हैं। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) का आचार संहिता उन्हें एक खिलाड़ी से ऊपर के सफर, यानी टीम का कप्तान नियुक्त होने की इजाजत नहीं देता। वह चाहे कितने भी महत्वपूर्ण खिलाड़ी हों, कितने भी बड़े मैच विनर हों, पर ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान नहीं बन सकते। लेकिन रातोंरात उनके लिए फिजा बदल चुकी है। वह चाहें तो पुराने बंधन से आजाद हो सकते हैं।
खत्म हो सकता है वॉर्नर की कप्तानी पर लगा लाइफ टाइम बैन?
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने सोमवार को खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ से जुड़ी अपनी आचार संहिता में संशोधन किया है। इसके बाद स्टार बल्लेबाज डेविड वार्नर नेशनल टीम की कप्तानी करने पर लगे आजीवन प्रतिबंध को संशोधित करवा सकते हैं। नई संशोधित आचार संहिता के अनुसार अब खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ लंबी सजा को संशोधित कराने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
वॉर्नर की कप्तानी पर क्यों लगा लाइफटाइम बैन?
वार्नर को साउथ अफ्रीका में 2018 में बॉल टैंपरिंग कांड में उनके रोल के लिए नेशनल टीम की कप्तानी से आजीवन प्रतिबंधित किया गया था। इस कांड को ‘सेंडपेपर गेट स्कैंडल’ नाम दिया गया था। बाएं हाथ का यह आक्रामक बल्लेबाज अब अपने बैन को रिव्यू करा सकता है क्योंकि सीए के बोर्ड ने आचार संहिता की समीक्षा को स्वीकृति दे दी है।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने आचार संहिता में क्या संशोधन किया?
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के बयान के मुताबिक, ‘‘क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने अपने इंटीग्रिटी हेड (जैकी पारट्रिज) के रिव्यू के बाद खिलाड़ियों और खिलाड़ियों के सहयोगी स्टाफ से जुड़ी आचार संहिता में बदलाव किया है। सीए के बोर्ड ने अक्टूबर में बोर्ड की बैठक में आचार संहिता को रिव्यू करने की मांग की थी। इस समीक्षा की सिफारिशों को स्वीकार किया गया है और औपचारिक स्वीकृति दी गई है।’’
बयान में आगे कहा गया, ‘‘बदलावों के तहत खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ अब लंबे वक्त के प्रतिबंधों को संशोधित करने के लिए आवेदन कर सकते हैं।’’
लाइफटाइम बैन को हटवाने के लिए वॉर्नर को क्या करना होगा?
अगर डेविड वॉर्न अपने कप्तान बनने पर लगे लाइफ टाइम बैन को कम कराना चाहते हैं तो इसके लिए उन्हें क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के पास आवेदन देना होगा। उनके आवेदन पर तीन सदस्यीय रिव्यू पैनल विचार करेगा। इस पैनल में स्वतंत्र आचार संहिता आयुक्त भी शामिल होगा, जिसका संशोधन पर मुहर लगाने के लिए राजी होना जरूरी होगा।
वॉर्नर के लाइफटाइम बैन के खत्म होने के कितने चांस?
वॉर्नर ने सैंड पेपर स्कैंडल में लगे एक साल के बाद क्रिकेट में वापसी की और तब से मैदान पर और मैदान के बाहर उनका व्यवहार बहुत अच्छा रहा है। वह कभी किसी विवाद में शामिल नहीं हुए। ये तमाम खूबियां उनके लाइफ टाइम कैप्टेंसी बैन को कम करा सकती है। 36 साल के वॉर्नर ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में कप्तानी का विकल्प भी खुला रखा है। उन्होंने 2021 आईपीएल में छह मैच में सनराइजर्स हैदराबाद की कप्तानी की थी। अगर प्रतिबंध हटता है तो वार्नर आने वाले वक्त में ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी करते नजर आ सकते हैं।