David Warner Injury AUS vs SA: ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने अपने 100वें टेस्ट में शतक लगाया पर यह उनके लिए काफी नहीं था। आज से लगभग 11 साल 7 महीने पहले अपने करियर का आगाज करने वाले वॉर्नर हमेशा से अपने बिंदास अंदाज और ऊंचे लक्ष्य बनाने के लिए जाने जाते हैं। लेकिन यह शतक आसानी से नहीं आया था। इसके लिए उन्होंने 1089 दिनों का लंबा इंतजार किया। इस अवधि में उन्होंने 15 टेस्ट मैच खेले पर उनके बल्ले से सेंचुरी नहीं निकली। उन्होंने अपने टेस्ट करियर का पिछला शतक न्यूजीलैंड के खिलाफ सिडनी में 3 जनवरी 2020 को शुरू हुए टेस्ट मैच में जड़ा था।
मुश्किल वक्त में लगाई डबल सेंचुरी
इस दौरान, खासकर इस साल, वह कई वजहों से मुश्किल में नजर आए उनसे कई कड़े सवाल भी पूछे गए। उनकी फॉर्म गिरती संभलती रही और कप्तानी पर लगे लाइफटाइम बैन को हटाने के लिए उनसे गैरजरूरी सवाल भी पूछे गए। इन तमाम सरगर्मियों के बीच सबको किनारे लगाकर वॉर्नर ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में दुनिया के सामने एक सुपरहिट शो का प्रदर्शन किया। उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के दूसरे और बॉक्सिंग डे मैच में अपने करियर का 100वां टेस्ट खेलते हुए डबल सेंचुरी लगाकर एक नया कीर्तिमान रच दिया। दोहरा शतक पूरा करने के बाद वॉर्नर ने अपने खास अंदाज में इसका जश्न मनाया। इस जश्न ने उनकी पारी को बीच में ही रोक दिया। वह चोटिल हो गए और उन्हें रिटायर्ड हर्ट होकर मैदान से बाहर जाना पड़ा।
दोहरा शतक लगाकर आलोचकों को दिया करारा जवाब
इसी महीने वॉर्नर ने अपनी कप्तानी पर लगे प्रतिबंध को हटाने के लिए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को दिए अपने आवेदन को वापस ले लिया। साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में खराब प्रदर्शन के बाद पूर्व कंगारू कप्तान रिकी पॉन्टिंग ने उन्हें अपने करियर पर विचार करने की सालह भी दी थी। अगले ही मैच में डबल सेंचुरी लगाकर वॉर्नर ने अपने तमाम आलोचकों को करारा जवाब दे दिया। वह जो रूट के बाद अपने करियर के 100वें टेस्ट में दोहरा शतक लगाने वाले दुनिया के दूसरे बल्लबाज बन गए।
जश्न मनाने के दौरान वॉर्नर हुए चोटिल
डेविड वॉर्नर ने शतक की तरह अपना दोहरा शतक भी बाउंड्री लगाकर पूरा किया। इसके बाद, वह अपने घुटनों पर बैठ गए और पूरे जोश में आसमान की ओर जंप मारी। वह पहले भी कई मौकों पर इस तरह से जश्न मनाते नजर आए हैं। लेकिन इस दफा वह जश्न मनाते हुए चोटिल हो गए। इंजरी के बाद, कुछ देर वह मैदान में अपने पैरों को पकड़कर बैठे रहे, फिर मेडिकल टीम को मदद के लिए बुलाया। अंत में उन्हें रिटायर्ड हर्ट होकर मैदान से बाहर जाना पड़ा।