David Warner IPL 2023 : आईपीएल के जिन विदेशी प्लेयर्स की भारत में अच्छी खास फैन फॉलोइंग है, उसमें डेविड वार्नर का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। वे अब तक कई टीमों के लिए आईपीएल खेल चुके हैं। सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने एक बार आईपीएल का खिताब अपने नाम किया है और उस वक्त टीम के कप्तान डेविड वार्नर ही थे। लेकिन इसके बाद टीम का प्रदर्शन गिरता चला गया और एसआरएच की ओर से उन्हें कप्तानी से हटा दिया गया। डेविड वार्नर ने वो वक्त भी देखा है, जब आईपीएल की ट्रॉफी जिताने वाले कप्तान की उसी टीम की प्लेइंग इलेवन में भी जगह नहीं बनी। हालांकि इसके बाद उन्हें रिलीज कर दिया गया। अगले साल के आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स ने उन पर दांव लगाया और वे एक बार फिर से उसी टीम के साथ हो लिए जहां पहले खेला करते थे। एक साल डेविड वार्नर दिल्ली कैपिटल्स में रिषभ पंत की कप्तानी में बतौर खिलाड़ी खेले, लेकिन इस बार वे टीम की कप्तानी कर रहे हैं। लेकिन टीम का प्रदर्शन इस बार बद से बदतर हालत में चला गया है। दिल्ली कैपिटल्स की टीम अभी तक एक भी मैच नहीं जीत पाई और अंक तालिका में सबसे नीचे की पायदान पर खड़ी है। इतना ही नहीं, डेविड वार्नर के बल्ले से भी उस तरह रन नहीं निकल रहे हैं, जिसके लिए वे जाने और पहचाने जाते हैं।
डेविड वार्नर ने अभी तक नहीं लगाया है आईपीएल 2023 में एक भी छक्का, दिल्ली कैपिटल्स का नहीं खुला खाता
आईपीएल 2023 की प्वाइंट्स टेबल पर एक नजर डालें तो पाते हैं कि पांच में से टीम एक भी मैच नहीं जीत पाई और उसे खाता खुलने का इंतजार है। खास बात ये भी है कि डेविड वार्नर भले इस साल सबसे ज्यादा रन बनाने वाले प्लेयर्स की लिस्ट में पांचवें नंबर पर हों, लेकिन उनके बल्ले से एक भी छक्का अभी तक नहीं निकला है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड हो सकता है। डेविड वार्नर अभी तक खेले गए पांच मैचों में 228 रन बना चुके हैं। इसमें तीन अर्धशतक शामिल हैं। लेकिन इन अर्धशतकीय पारियों में भी एक भी सिक्स नहीं है। डेविड वार्नर ने अब 195 गेंदों का सामना किया है, लेकिन सिक्स के नाम पर शून्य है। यानी वे उस आक्रमकता के साथ बल्लेबाजी नहीं कर पा रहे हैं, जिसके लिए वे जाने जाते हैं। सबसे ज्यादा गेंद खेल कर भी एक भी सिक्स न लगाने वाले प्लेयर्स में डेविड वार्नर तो नंबर एक पर हैं ही, दूसरे नंबर पर सरफराज खान हैं, वे भी दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेलते हैं और उनके नाम अब तक 43 गेंदें हैं। लेकिन 43 और 195 गेंदों में बहुत ज्यादा फर्क है।
पृथ्वी शॉ बने दिल्ली कैपिटल्स के लिए परेशानी का सबब
डेविड वार्नर अपने अंदाज में खुलकर बल्लेबाजी नहीं कर पा रहे हैं, इसका कारण ये भी हो सकता है कि उनके सलामी जोड़ीदार पृथ्वी शॉ का बल्ला भी नहीं चल रहा है। पृथ्वी शॉ के प्रदर्शन की बात की जाए तो वे पांच मैचों में 34 रन ही बना सके हैं और उनका सर्वाधिक स्कोर 15 रन ही है। यानी दिल्ली कैपिटल्स की वे कमजोर कड़ी बनते जा रहे हैं। पहला ही विकेट अगर जल्दी गिर जाएगा तो फिर खुलकर खेलना आसान काम नहीं होता। शायद यही कारण हो कि डेविड वार्नर के बल्ले से एक भी छक्का अभी तक नहीं आ सकता है। पृथ्वी शॉ के नाम भी एक भी छक्का नहीं है और वे 29 गेंद से ऐसे ही चल रहे हैं। अगर ओपनर ही छक्का नहीं लगाएगा तो बाकी बल्लेबाजों से उम्मीद करना बेमानी होगी। हो सकता है कि कड़े फैसले लेकर अगले मैच की प्लेइंग इलेवन से उन्हें बाहर बैठना पड़े। क्योंकि पांच मैच पहले ही हार चुकी, दिल्ली कैपिटल्स की टीम अगर छठा मैच भी हार जाती है तो आगे की कहानी बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाएगी।