पाकिस्तान क्रिकेट टीम को लेकर इस समय वर्ल्ड क्रिकेट में सबसे ज्यादा चर्चा देखने को मिल रही है, जिसकी सबसे बड़ी वजह उनका शर्मनाक प्रदर्शन है। इसमें एक खिलाड़ी जो आलोचना का शिकार हो रहा है वह कोई और नहीं बाबर आजम हैं, जो बेहद ही खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं। बाबर हाल में ही खत्म हुई बांग्लादेश के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में भी बल्ले से कोई कमाल दिखाने में कामयाब नहीं हो सके थे, वहीं पिछले 16 टेस्ट पारियों में वह एक भी बार 50 रनों का आंकड़ा भी पार करने में कामयाब नहीं हो सके हैं। पाकिस्तानी टीम के खराब प्रदर्शन की एक बड़ी वजह बाबर आजम का फॉर्म भी है।
बाबर आजम एक समय पाकिस्तानी टीम के लिए तीनों ही फॉर्मेट में कप्तानी संभाल रहे थे, लेकिन पिछले साल हुए एशिया कप और उसके बाद वनडे वर्ल्ड कप में टीम के खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें कप्तानी से हटा दिया गया था, लेकिन पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें लिमिटेड ओवर्स फॉर्मेट में फिर से कप्तान बनाने का फैसला किया। बाबर आजम को साल 2019 में टी20 इंटरनेशनल में टीम का कप्तान बनाया गया था और इसके बाद साल 2020 में वह पाकिस्तानी टीम के तीनों फॉर्मेट में कप्तान बन गए थे। हालांकि अब पाकिस्तानी टीम के पूर्व गेंदबाज दानिश कनेरिया ने इसे पीसीबी का गलत फैसला बताया है जिसमें उनके अनुसार बाबर को कप्तान बनाने ने बोर्ड ने काफी जल्दबाजी की।
हर अच्छा प्रदर्शन करने वाला खिलाड़ी कप्तानी के लिए बेहतर नहीं होता
दानिश कनेरिया ने इंडिया टीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि हर वो खिलाड़ी जो बेहतर प्रदर्शन कर रहा है उससे आप कप्तान नहीं बना सकते। अगर कोई खिलाड़ी बेहतर खेल रहा है तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह टीम की कप्तानी कर सकता है। कप्तान और प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी में फर्क होता है। हर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को कप्तानी नहीं दी जा सकती। उन्हें सरफराज अहमद की कप्तानी में और कुछ समय के लिए खिलाना चाहिए था। बाबर उस समय अपने प्रदर्शन के दम पर टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे रहा था। उसे कप्तान नहीं बनाया जाना चाहिए था। वह रन मशीन था। आप को रिजवान को कप्तान बना सकते थे और बाबर को एक बल्लेबाज के तौर पर खिलाते रहते।
बाबर को फॉर्म वापस पाने के लिए घरेलू क्रिकेट में खेलना होगा
टेस्ट में नहीं बाबर आजम लिमिटेड ओवर्स फॉर्मेट में भी रन बनाने के लिए जूझ रहे हैं। दानिश कनेरिया ने इसको लेकर कहा कि अगर आप घरेलू क्रिकेट में नहीं खेलेंगे तो आप टेस्ट में सफल नहीं हो सकते हैं। आपको वापस डोमेस्टिक क्रिकेट में खेलना होगा और वहां पर रन बनाना होगा जिससे आप अपनी लय के साथ फिर से वही फिटनेस भी हासिल कर सके। आपको काउंटी क्रिकेट के साथ चार दिवसीय क्रिकेट खेलने पर फोकस करना होगा।
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