Highlights
- पहली और आखिरी बार 1900 के पेरिस ओलंपिक में शामिल हुआ था क्रिकेट
- 2028 के लॉस एंजिलिस ओलंपिक में क्रिकेट की वापसी की संभावना
- क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने 2032 के ब्रिसबेन ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने की योजना बताई
Cricket in Olympics: क्रिकेट को अगर 2028 में लॉस एंजलिस में होने वाले ओलंपिक खेलों में शामिल नहीं किया जाता है तो क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ब्रिसबेन में 2032 में होने वाले खेलों में इस खेल को शामिल करने की योजना बना रहा है। गौरतलब है कि हाल ही में संपन्न हुए बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में 24 साल के बाद (1998 के बाद) क्रिकेट की वापसी हुई थी। पहली बार महिला क्रिकेट को राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल किया गया था जहां ऑस्ट्रेलिया ने गोल्ड और भारत ने सिल्वर मेडल जीता था।
वहीं ईएसपीएन क्रिकइंफो की एक रिपोर्ट के अनुसार क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने भविष्य के लिए अपनी योजना का खुलासा किया जिसमें इस खेल को ओलंपिक का हिस्सा बनाना भी शामिल है। रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘अगर क्रिकेट को लॉस एंजलिस में 2028 में होने वाले समर ओलंपिक में शामिल नहीं किया जाता है तो एक और लक्ष्य 1900 के बाद पहली बार क्रिकेट की ओलंपिक में वापसी है।’’ लॉस एंजेलिस खेलों के लिए जिन संभावित आठ खेलों की सूची तैयार की गई है उनमें क्रिकेट भी शामिल है।
128 साल बाद ओलंपिक में लौट सकता है क्रिकेट!
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) इस महीने के अंत में आयोजकों के समक्ष अपनी प्रस्तुति देगी। नियमानुसार ओलंपिक का मेजबान शहर किसी नए खेल को शामिल करने का अधिकार रखता है। लेकिन इसके लिए अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) की मंजूरी की जरूरत होती है। ओलंपिक में क्रिकेट को केवल एक बार 1900 में पेरिस में खेले गए खेलों में शामिल किया गया था। तब इसने ब्रिटेन और फ्रांस की टीम ने ही भाग लिया था। अब 128 साल बाद एक बार फिर क्रिकेट के ओलंपिक खेलों में लौटने की उम्मीद है।
CWG 2022 में क्रिकेट का सफल आयोजन
बर्मिंघम में आयोजित हुए 22वें राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games) में क्रिकेट का टी20 फॉर्मेट में सफल आयोजन किया गया था। इसमें भारत समेत कुल 8 महिला टीमों ने हिस्सा लिया था। भारत और ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में जगह बनाई थी। भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार था और गोल्ड की उम्मीदें भी काफी थीं। लेकिन वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल मुकाबले में भारत को 9 रनों से हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। वहीं हरमनप्रीत कौर की अगुआई में उतरी भारतीय टीम को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा था।