Highlights
- गोस्वामी को मिलेगा तोहफा
- 20 साल के करियर का हुआ अंत
- बंगाल क्रिकेट में अमर होगा नाम
Jhulan Goswami: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड को 16 रनों से हराकर तीन मैचों की वनडे सीरीज को 3-0 से अपने नाम किया। हरमनप्रीत कौर की टीम ने इस जीत से सालों बाद इंग्लैंड की धरती पर इतिहास रच दिया है। बता दें कि ये मैच झूलन गोस्वामी के करियर का आखिरी मुकाबला था और टीम ने उन्हें जीत के साथ शानदार विदाई दी। झूलन के 20 साल लंबे करियर का इस मैच के साथ ही अंत हो चुका है। वहीं झूलन को इस शानदार करियर के साथ ही एक बड़ा तोहफा मिलने की भी उम्मीद है।
झूलन के नाम होगा ईडन का स्टैंड
बंगाल क्रिकेट संघ ईडन गार्डंस पर एक स्टैंड का नाम भारत की महान गेंदबाज झूलन गोस्वामी के नाम पर रखने की सोच रहा है। पश्चिम बंगाल के चकदा कस्बे की रहने वाली 39 साल की झूलन इंग्लैंड के खिलाफ शनिवार को तीसरे और आखिरी वनडे के साथ क्रिकेट को अलविदा कह दिया। कैब अध्यक्ष अविषेक डालमिया ने कहा, ‘‘हम ईडन गार्डंस पर एक स्टैंड का नाम झूलन के नाम पर रखने की सोच रहे हैं। वह खास क्रिकेटर हैं और लीजैंड में उनका नाम दर्ज होता है। हम जरूरी अनुमति के लिये सेना से संपर्क करेंगे। हम वार्षिक दिवस पर उनके लिए विशेष सम्मान समारोह की भी योजना बना रहे हैं।’’
''चाहते हैं कि वो आईपीएल खेलें''
उन्होंने कहा, ‘‘कैब में हम महिला क्रिकेट को भी समान तवज्जो देते हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को भले ही वह अलविदा कह रही है लेकिन हम चाहेंगे कि वह महिला आईपीएल खेले।’’ झूलन गोस्वामी ने भारत के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में साल 2002 में डेब्यू किया था। पिछले दो दशकों में उन्होंने भारत के लिए कुल 284 मैच खेलते हुए कई कीर्तिमान अपने नाम किए हैं। झूलन मौजूदा समय में 355 इंटरनेशनल विकेट के साथ दुनिया की लीडिंग विकेट टेकर हैं। उनके नाम अभी तक 255 वनडे (203 मैच), 44 टेस्ट (12 मैच) और 56 टी20 इंटरनेशनल विकेट (68 मैच) दर्ज हैं।
प्रतिष्ठित युग का अंत
बता दें, मिताली राज ने भी इसी वर्ष संन्यास लिया था। 2022 एक ऐसा साल रहा है जहां मिताली और झूलन के संन्यास से भारतीय महिला क्रिकेट में एक प्रतिष्ठित युग का अंत है। हालांकि मिताली को विजयी विदाई नहीं मिली क्योंकि भारत इस साल की शुरुआत में आखिरी गेंद पर दक्षिण अफ्रीका से हारने के बाद महिला क्रिकेट विश्व कप से बाहर हो गया था, हरमनप्रीत कौर एंड कंपनी झूलन को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से उच्च स्तर पर विजई विदाई देने की उम्मीद कर रही थीं, और अंत में ऐसा हुआ भी।