Highlights
- चेतेश्वर पुजारा को मिली है ससेक्स की कप्तानी
- काउंटी में बतौर कप्तान लगाया पहला दोहरा शतक
- मौजूदा सत्र में तीसरी बार लगाया दोहरा शतक
Cheteshwar Pujara Double Century: भारत के अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा का काउंटी क्रिकेट में जलवा बरकरार है। 34 साल के दाएं हाथ के बल्लेबाज ने मौजूदा सत्र में ससेक्स के लिए अपना तीसरा दोहरा शतक जड़ दिया है। उन्होंने इस बार टीम की कप्तानी करते हुए लॉर्ड्स के ऐतिहासिक क्रिकेट ग्राउंड पर यह कमाल किया। पुजारा ने मिडिलसेक्स के खिलाफ खेलते हुए 231 रन की पारी खेली। उन्होंने अपनी पारी में 403 गेंदों का सामना किया और करीब आठ घंटे तक बल्लेलबाजी करते हुए कुल 21 चौके और तीन छक्के भी लगाए। उनकी इस मैराथन पारी की बदौलत ससेक्स ने पहली पारी में 523 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया।
सत्र की शुरुआत में लगाए दो दोहरे शतक
पुजारा ने सत्र की शुरुआत में बतौर खिलाड़ी दो दोहरे शतक समेत कुल चार शतकीय पारी खेली थी। उसके बाद उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम टेस्ट के लिए टीम इंडिया में चुना गया। हालांकि यहां वह दोनों पारियों में मिलाकर 79 (13+66) रन ही बना पाए। इसके बाद वो दोबारा काउंटी खेलने के लिए अपनी टीम से जुड़े और इस बार उन्हें टीम की कप्तानी दी गई। पुजारा ने भी काउंटी के अपने फॉर्म को बरकरार रखते हुए सीजन का तीसरा और बतौर कप्तान पहला दोहरा शतक लगा दिया।
लॉर्ड्स के कॉरिडोर में हुआ पुजारा का स्वागत
भारत के स्पेशलिस्ट टेस्ट बल्लेबाज को लॉर्ड्स में उनकी पारी के लिए सम्मान भी मिला। सबसे पहले उनके द्वारा दोहरा शतक लगाने के बाद टीम के साथी खिलाड़ियों ने बालकनी में खड़े होकर जोरदार तालियां बजाईं। इसके बाद उनके आउट होने के बाद कॉरिडोर में भी उनका जोरदार स्वागत हुआ।
लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड ने बताया यादगार पारी
पुजारा के स्वागत की तस्वीरें लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड के आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी शेयर की गईं। इनके कैप्शन में लिखा था, "लॉर्ड्स में चेतेश्वर पुजारा का 231 का स्कोर। याद करने वाली एक पारी"। इस तस्वीर पर पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने भी कमेंट किया और पुजारा की तारीफ की।
ससेक्स के कप्तान के दोहरे शतक की वीडियो टीम के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर की गई। इसमें पुजारा ने लेग साइड में गेंद को फ्लिक किया और अपना दोहरा शतक पूरा किया। इसके बाद ससेक्स के उनके साथी खिलाड़ियों ने लॉर्ड्स की बालकनी में खड़े होकर जोरदार तालियों के साथ उनका सम्मान किया।