भारतीय टीम 12 जुलाई से वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी। इस दौरे के साथ ही टीम इंडिया अपने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के तीसरे संस्करण का अभियान भी शुरू करेगी। इस सीरीज के लिए भारतीय टीम के स्क्वॉड की पहले ही घोषणा कर दी थी। इस टीम में बड़ा बदलाव करते हुए दिग्गज बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को ड्रॉप कर दिया गया था। वहीं उनकी जगह यशस्वी जायसवाल को जगह मिली थी। इसके अलावा बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रेड बॉल डेब्यू करने वाले सूर्यकुमार यादव की टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं थे। पर अब टीम से बाहर होने के बाद इन दोनों खिलाड़ियों ने अपना कमाल दिखाया है और रेड बॉल क्रिकेट में खुद को साबित किया।
दलीप ट्रॉफी 2023 के सेमीफाइनल मुकाबले में वेस्ट जोन के लिए खेलने वाले इन दोनों खिलाड़ियों ने पहली पारी में नाकाम होने के बाद दूसरी पारी में कमाल की वापसी की। सेंट्रल जोन के खिलाफ जारी इस मुकाबले की पहली पारी में सूर्या 7 और पुजारा 28 रन बनाकर आउट हो गए थे। इस पारी में दोनों खिलाड़ियों ने कमाल की वापसी की और अपनी टीम को शुरुआती झटकों से उबारा और अर्धशतकीय पारियां खेलीं। सूर्यकुमार यादव ने अपना आतिशी अंदाज जारी रखा और 58 गेंदों पर 8 चौके व एक छक्के की मदद से 52 रन बनाए। उधर पुजारा अपने अंदाज में बल्लेबाजी करते दिखे और 103 गेंदों पर 50 रन बनाकर वह डटे थे। हालांकि, सूर्या 52 के स्कोर पर सौरभ कुमार का शिकार बने।
पुजारा के लिए कड़ी चुनौती
टीम इंडिया से ड्रॉप हुए चेतेश्वर पुजारा को यहां खुद को साबित करना होगा। हालांकि, काउंटी में भी उनका प्रदर्शन लाजवाब रहा था। पर जब टीम इंडिया ने इंग्लैंड में टेस्ट मैच खेला तो वह फ्लॉप हो गए। ऐसे में उनको यहां तो शानदार प्रदर्शन करना होगा, साथ ही कुछ ऐसा करना होगा कि वह टीम मैनेजमेंट का यह विश्वास जीत पाएं कि टीम इंडिया में भी वह वापसी के हकदार हैं। पुजारा का ग्राफ पिछले कुछ सालों में गिरता दिखा है। साल 2020-21 बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के बाद वह लगातार आउट ऑफ फॉर्म दिखे थे। उन्होंने लंबे समय बाद हाल ही में दिसंबर 2022 में बांग्लादेश के खिलाफ शतक लगाया था। उसके बाद बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में वह फ्लॉप रहे और फिर ओवल में खेले गए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से सभी फैंस का दिल दुखाया।
सूर्या के पास भी मौका
सूर्यकुमार यादव को पिछले कुछ महीनों में रेड बॉल क्रिकेट के लिए भी टीम में चुना गया। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में डेब्यू करते हुए वह फ्लॉप रहे थे। इसके बाद भी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए उन्हें स्टैंडबाय की लिस्ट में रखा गया। अब दलीप ट्रॉफी में उनका प्रदर्शन क्रिकेट के सबसे लंबे और पुराने फॉर्मेट में उनका भविष्य तय कर सकता है। टीम इंडिया को अब सीधे वनडे वर्ल्ड कप 2023 के बाद दिसंबर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट खेलना है। विंडीज सीरीज के लिए उनका चयन नहीं हुआ है। ऐसे में इस बीच घरेलू सत्र में खुद को साबित करते हुए सूर्या टीम इंडिया के लिए टेस्ट में भी एक अच्छा ऑप्शन साबित हो सकते हैं।