भारतीय टीम 12 जुलाई से अपने वेस्टइंडीज दौरे की शुरुआत करेगी। जिसमें पहले दो टेस्ट मैच खेले जाएंगे, उसके बाद तीन मैचों की वनडे सीरीज होगी। शुक्रवार 23 जून को इस टेस्ट सीरीज और वनडे सीरीज के लिए टीम इंडिया का ऐलान हुआ जिसमें चेतेश्वर पुजारा को टीम से बाहर करना सबसे बड़ा चर्चा का विषय रहा। टेस्ट टीम में चेतेश्वर पुजारा को जगह नहीं मिली और उनकी जगह युवा यशस्वी जायसवाल को मौका दिया गया। बीसीसीआई की सेलेक्शन कमेटी के इस फैसले पर कई लोगों ने अलग-अलग राय दी। इसी को लेकर भारतीय क्रिकेट के पूर्व दिग्गज सुनील गावस्कर ने मैनेजमेंट को जमकर लताड़ा। उन्होंने साफ कहा कि पुजारा को बलि का बकरा क्यों बनाया जाता है?
पीटीआई/भाषा ने सुनील गावस्कर के एक इंटरव्यू की जानकारी देते हुए उनका बयान जारी किया। गावस्कर ने पुजारा के अलावा सरफराज खान को एक बार फिर से नजरअंदाज करने पर भी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने साफतौर पर कह दिया कि अगर आईपीएल के हिसाब से टेस्ट टीम में जगह मिलती है तो रणजी खेलना बंद कर देना चाहिए। साथ ही पुजारा के कम फॉलोअर्स और अन्य खिलाड़ियों का बड़ा फैनबेस होने के कारण उनको बली का बकरा बनाने की बात बोली। गौरतलब है कि हाल ही में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप और उससे पहले बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में पुजारा कुछ खास नहीं कर पाए थे।
सब फ्लॉप हुए, बाहर सिर्फ पुजारा क्यों?
सुनील गावस्कर ने पुजारा को टेस्ट टीम से बाहर किए जाने पर कहा कि, सोशल मीडिया पर उनके फॉलोअर्स की संख्या विराट कोहली या रोहित शर्मा जैसी नहीं है। उनके लिए आवाज उठाने वाले ज्यादा लोग नहीं है। उन्हें हमारी बल्लेबाजी की विफलताओं के लिए बलि का बकरा क्यों बनाया गया है? वह भारतीय क्रिकेट के एक वफादार सेवक, एक शांत और सक्षम खिलाड़ी रहे हैं। किसी भी प्लेटफॉर्म पर उनके लाखों फॉलोअर नहीं हैं, जो उनके मामले में शोर मचाएंगे। उन्हें टीम से बाहर करना समझ से परे है। पुजारा को टीम से बाहर करना और फ्लॉप होने वाले अन्य खिलाड़ियों को टीम बनाए रखने का क्या मापदंड है? मैं इसके कारण के बारे में नहीं जानता क्योंकि आजकल चयन समिति के अध्यक्ष या ऐसे किसी भी व्यक्ति के साथ मीडिया की कोई बातचीत नहीं होती है। डब्ल्यूटीसी फाइनल में अजिंक्य रहाणे को छोड़कर सभी बल्लेबाज विफल हुए थे तो टीम से बाहर सिर्फ पुजारा क्यों हुए?
वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया का स्क्वॉड
रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, रुतुराज गायकवाड़, विराट कोहली, यशस्वी जायसवाल, अजिंक्य रहाणे (उपकप्तान), केएस भरत (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), आर अश्विन, आर जडेजा, शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल, मोहम्मद सिराज, मुकेश कुमार, जयदेव उनादकट, नवदीप सैनी।