IND vs AUS: भारतीय क्रिकेट टीम इस वक्त ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की टेस्ट सीरीज के आखिरी मुकाबले में भिड़ रही है। इस मैच के दो दिन का खेल समाप्त हो चुका है। पहली पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 480 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया की ओर से उस्मान ख्वाजा ने 180 रनों की शानदार पारी खेली। वहगीं 114 रन कैमरन ग्रीन के बल्ले से भी निकले। इस खिलाड़ी ने अपनी शतकीय पारी के बाद एक बड़ा बयान दिया।
कैमरन ग्रीन का बड़ा बयान
ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन आखिर में 7वीं बार अर्धशतक को शतक में तब्दील करने में सफल रहे और यह बोझ उतरने के बाद उन्हें अब टेस्ट क्रिकेटर की तरह अहसास हो रहा है। अपना 20वां टेस्ट मैच खेल रहे ग्रीन ने भारत के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट मैच की पहली पारी में 114 रन बनाए। यह उनका टेस्ट क्रिकेट में पहला शतक है। उस्मान ख्वाजा ने 180 रन की पारी खेली जिससे ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 480 रन का मजबूत स्कोर खड़ा करने में सफल रहा।
अब टेस्ट क्रिकेटर बन चुका हूं
ग्रीन ने मैच के बाद कहा कि जब आपकी पीठ से इस तरह का बोझ उतर जाता है तो फिर आप एक टेस्ट क्रिकेटर की तरह महसूस करते हैं। इसलिए यहां शतक जड़ना शानदार रहा। यह मेरे लिए विशेष है। भारतीय गेंदबाजों विशेषकर उमेश यादव ने ग्रीन को कुछ ढीली गेंदे की जिसका फायदा उठाकर यह ऑलराउंडर तेजी से रन बनाने में सफल रहा।
ग्रीन ने कहा कि मुझे लगता है कि थोड़ा भाग्य ने भी मेरा साथ दिया जिससे मैं 70 से 80 और फिर 90 रन तक तेजी से पहुंचा। इससे मुझे थोड़ा मदद मिली और मुझे शतक के बारे में सोचने का ज्यादा समय नहीं मिला। ग्रीन का इससे पहले सर्वोच्च स्कोर 84 रन था और इसलिए उनकी यह पारी निश्चित तौर पर विशेष है। उन्होंने कहा कि यह वास्तव में विशेष पारी है। निश्चित तौर पर लंच पर शतक के करीब (95 रन) होने से ऐसा लगा कि वह 40 मिनट जैसे एक घंटा 40 मिनट हों।
लेकिन मैं उज्जी (ख्वाजा का उपनाम) के साथ बल्लेबाजी कर रहा था और पूरे समय दूसरे छोर पर मेरे साथ एक अनुभवी खिलाड़ी था। उसने बेहतरीन बल्लेबाजी की और इससे मुझे काफी मदद मिली।