IND vs AUS: भारतीय क्रिकेट टीम इस वक्त ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की टेस्ट सीरीज के आखिरी मुकाबले में भिड़ रही है। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले दिन 4 विकेट खोकर 255 रन बना लिए हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए उस्मान ख्वाजा ने शानदार शतकीय पारी खेली। वहीं कैमरन ग्रीन 49 रन पर उनका साथ दे रहे हैं। भारतीय क्रिकेट टीम की गेंदबाजी इस मैच में अबतक ज्यादा खास नहीं रही है। जिसपर टीम इंडिया के बॉलिंग कोच ने अब एक बड़ा बयान दिया है।
बॉलिंग कोच का बड़ा बयान
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में अभी तक स्पिनरों का दबदबा रहा है और ऐसे में भारत का तेज गेंदबाजों की अदला-बदली (रोटेशन) करने पर सवाल उठाए जा रहे हैं लेकिन गेंदबाजी कोच पारस महाम्ब्रे ने गुरुवार को कहा कि यह फैसला तेज गेंदबाजों को भविष्य में फायदा पहुंचाएगा। ऑस्ट्रेलिया ने चौथे और अंतिम टेस्ट मैच के पहले दिन उस्मान ख्वाजा के नाबाद शतक की मदद से चार विकेट पर 255 रन बनाए हैं। पहले दो टेस्ट मैचों में भारत की तरफ से मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज खेले जबकि तीसरे टेस्ट मैच में शमी की जगह उमेश यादव को लिया गया था। शमी को उस मैच में विश्राम दिया गया था।
सिराज को किया गया टीम से बाहर
चौथे टेस्ट मैच में सिराज की जगह शमी को शामिल किया गया। महाम्ब्रे से पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद पूछा गया कि क्या विश्राम देने से तेज गेंदबाजों की लय प्रभावित होती है, उन्होंने कहा कि आपको फैसला करना होता है क्योंकि आपको प्रत्येक गेंदबाज का व्यक्तिगत तौर पर कार्यभार भी देखना होता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हमने शमी को देखा हमें लगा कि उन्हें विश्राम दिए जाने की जरूरत है। इससे हमें सिराज या उमेश जैसे गेंदबाजों को मौका देने का भी अवसर मिला।
तीसरे दिन से मिलेगी स्पिनर्स को मदद
महाम्ब्रे ने मोटेरा के विकेट को बल्लेबाजी के लिए अनुकूल करार दिया लेकिन उन्हें उम्मीद है की तीसरे दिन से स्पिनरों को भी इससे मदद मिलेगी। उन्होंने कहा,‘‘ यह बल्लेबाजी के लिए अनुकूल विकेट दिख रहा है। हमें कल विकेट देखने के बाद से ही ऐसी उम्मीद थी कि यह विकेट पहले तीन मैचों से अलग होगा।’’