Big Bash League: बिग बैश लीग में मंगलवार को मेलबर्न क्रिकेट स्टेडियम (MCG) में एक बेहद रोमांचक मुकाबला खेला गया। मेलबर्न रेनेगेड्स और मेलबर्न स्टार्स के बीच हुए इस मुकाबले में एक ऐसी घटना हुई जिसने प्लेयर्स, फैंस और एक्सपर्ट्स को खूब मसाला दे दिया। स्टार्स के कप्तान और स्पिनर एडम जम्पा ने अपने खेल से क्रिकेट जगत को एक ऐसा टॉपिक दे दिया जिसपर लंबे वक्त तक चर्चा होती रहेगी। उन्होंने पहली पारी के दौरान विरोधी बल्लेबाज टॉम रोजर्स को मानकडिंग करने की कोशिश की जिसकी लगातार आलोचना हो रही है। बता दें कि आईसीसी अपने पिछले बदलावों में मानकडिंग को रन आउट की श्रेणी में डाल चुकी है।
BBL में मानकडिंग की मसालेदार घटना
इस घटना के दौरान रेनेगेड्स के मैकेंजी हार्वी स्ट्राइक पर थे और टीम के टोटल को बेहतरन बनाने की कोशिश कर रहे थे। जम्पा के ओवर में दो गेंदें बाकी थी और रोजर्स नॉन स्ट्राइक पर क्रीज से काफी आगे निकल चुके थे। कंगारू स्पिनर ने इस मौके का फायदा उठाते हुए उन्हें रन आउट करने के लिए नॉन स्ट्राइक की गिल्लियां बेखेर दी। इस घटना से रोजर्स एक पल के लिए हैरान, परेशान पूरी तरह से सन्नाटे में पहुंच गए। स्टंप माइक से पता चला कि उन्होंने स्टार्स के स्पिनर और कप्तान से बहस भी की।
जम्पा ने रन आउट के अपने प्रयास को बताया सही
इस दौरान जम्पा अपने फैसले पर अड़े रहे कि रोजर्स को आउट करार दिया जाना चाहिए, लिहाजा उन्होंने इस विकेट के लिए अपील किया। थर्ड अंपायर के रिप्ले ने दिखाया कि गेंदबाजी करते हुए जम्पा की बांह आईसीसी के नियमों की उस सीमा से ज्यादा घूम चुकी थी जिसके तहत बॉलर्स एंड पर किसी बल्लेबाज को रन आउट दिया जा सके। नतीजतन रोजर्स को नॉट आउट करार दिया गया और वह क्रीज पर बने रहे।
एडम जम्पा का हुआ विरोध
इसके बाद, मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में स्टैंड पर मौजूद ज्यादातर फैंस कंफ्यूज दिखे तो कुछ ने एडम जम्पा का मजाक भी उड़ाया। इस घटना पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने कहा कि वह मानकडिंग के नियम को सही नहीं मानते। नॉन स्ट्राइक के बल्लेबाज को आउट करने की जगह 5 रन की पेनल्टी देना सही रहेगा।
दीप्ति शर्मा ने इसी अंदाज में किया था आउट
बता दें कि पिछले साल भारतीय महिला ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के दौरान इंग्लैंड की बल्लेबाज को इसी अंदाज में आउट किया था। उन्हें अंपायर ने भी आउट करार दिया था। हालांकि बाद में इसकी कई लोगों ने आलोचना भी की थी लेकिन कई क्रिकेटर्स और दिग्गजों ने आईसीसी के नियमों का हवाला देकर इसे सही भी बताया था।