इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज एशेज के पहले टेस्ट में विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 2 विकेट से शानदार जीत दर्ज की। यह मुकाबला बर्मिंघम के एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया। होम टीम इस मुकाबले में हार के बाद सीरीज में 0-1 से पिछड़ गई। इंग्लैंड की इस हार से पहले तक जहां बेन स्टोक्स की कप्तानी को लेकर हर जगह वाहवाही हो रही थी। तो अब बर्मिंघम की इस हार के बाद इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान सवालों के घेरे में आ गए हैं। दरअसल पहली पारी में इंग्लैंड ने 8 विकेट पर 393 रन बनाए थे और जो रूट शतक लगाकर भी नाबाद थे। ऐसे में आखिरी आधे घंटे में स्टोक्स द्वारा लिया गया पारी घोषित करने का फैसला विवादित रहा।
इंग्लैंड के कप्तान को लेकर कई दिग्गजों ने अपनी-अपनी राय रखी। इंग्लिश टीम की ‘Bazball’ वाली रणनीति पर भी कई सवाल उठे। इसी पर अब इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ज्यौफ्री बॉयकॉट ने भी कप्तान बेन स्टोक्स समेत पूरी टीम को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने टीम को जीतने की बजाय ‘Bazball’ को जरूरत से ज्यादा तवज्जो देने के लिए लताड़ते हुए कहा कि, इससे खतरा पैदा हो गया है कि एशेज जैसी अहम सीरीज महज मजाक बन रही है। इतना ही नहीं यह महज एक नुमाइशी सीरीज भी बन जाएगी।
पूर्व कप्तान ने लगाई मौजूदा कप्तान की क्लास
कोच ब्रेंडन मैकुलम और कप्तान स्टोक्स की अगुआई में आक्रामक क्रिकेट खेल रही इंग्लैंड टीम को एजबस्टन में पहले एशेज टेस्ट में आस्ट्रेलिया ने दो विकेट से हराया। इसको लेकर बॉयकॉट ने अपने एक कॉलम में लिखा कि, इंग्लैंड एशेज को नुमाइशी सीरीज बनाकर दम लेगा। ‘Bazball’ को इतनी तवज्जो देने से उनका नजरिया यह हो गया है कि जीत से ज्यादा मनोरंजन अहम है। इंग्लैंड के समर्थक हालांकि एशेज में जीत को सर्वोपरि रखते हैं। तेजी से रन बनाना, चौके छक्के जड़ना अच्छा है। लेकिन एशेज पर से नजर नहीं हटनी चाहिए। अगर ऑस्ट्रेलिया एशेज जीतकर ले गई तो हमें बहुत बुरा लगेगा और तब यह कौन देखेगा कि हमने कितना मनोरंजन किया।
उन्होंने आगे कहा कि, अगर इंग्लैंड जीतने के लिए नहीं खेल रहा तो एशेज का क्या महत्व है। यह सिर्फ नुमाइशी मैच बन जाएंगे। यहां मनोरंजन नहीं, जीत अहम है। क्रिकेट भी शतरंज की तरह है जहां कई मौकों पर रक्षण अपनाना पड़ता है। कई बार संयम की जरूरत होती है। सिर्फ आक्रमक खेल ही अहम नहीं है। गौरतलब है कि इस मैच में पहले खेलते हुए इंग्लैंड ने जल्दबाजी में 393 रन पर पारी घोषित की। जवाब में कंगारू टीम 386 रन बनाकर 7 रनों से पिछड़ गई। दूसरी पारी में इंग्लिश टीम 273 रन बनाकर ऑलआउट हुई और मेहमान टीम को 281 का लक्ष्य दिया। टेस्ट क्रिकेट की विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने 8 विकेट खोकर यह लक्ष्य हासिल किया और सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। सीरीज का दूसरा टेस्ट अब 28 जून से लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेला जाएगा।