Highlights
- रोजर बिन्नी बन चुके हैं बीसीसीआई की नए अध्यक्ष
- सौरव गांगुली की जगह मिली कमान
- टी20 वर्ल्ड कप के बाद बदल सकती है सिलेक्शन कमिटी
BCCI Selection Committee: भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के टॉप मैनेजमेंट में मंगलवार को बड़े बदलाव का ऐलान कर दिया गया। पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की जगह पर वर्ल्ड कप विजेता खिलाड़ी रोजर बिन्नी को नया अध्यक्ष चुन लिया गया। इसके अलावा कई अलग-अलग पदों पर भी बदलाव किए गए। हालांकि जय शाह लगातार दूसरी बार बीसीसीआई के सचिव पद पर बने रहने में कामयाब रहे। इस बीच एक रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई में अभी और बदलाव होने की संभावना है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक टी20 वर्ल्ड कप के बाद चेतन शर्मा की अध्यक्षता वाली बीसीसीआई की चयन समिति पर भी गाज गिर सकती है। राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष चेतन शर्मा की किस्मत अधर में लटकी हुई है क्योंकि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) जल्द ही ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप के बाद इसमें फेरबदल कर सकता है।
टी20 वर्ल्ड कप में प्रदर्शन पर होगी नजर
टीम चयन के मामले में हाल के दिनों में चेतन और उनके पैनल के प्रदर्शन में निरंतरता नहीं रही है। बीसीसीआई के अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘‘बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि भारत टी20 विश्व कप में कैसा प्रदर्शन करता है। बोर्ड में ज्यादातर लोग चेतन से बहुत खुश हैं। लेकिन वह तब तक बने रहेंगे जब तक बीसीसीआई नयी क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) का चयन नहीं करता।’’
मोहंती औ कुरुविला को बाहर होना तय
चेतन को अपने भविष्य के बारे के जानने के लिए अभी थोड़ा इंतजार करना होगा लेकिन पूर्व क्षेत्र के प्रतिनिधि देबाशीष मोहंती को कुछ महीनों में अपना पद छोड़ना होगा क्योंकि वह जूनियर और सीनियर चयन समिति में कुल चार साल पूरे करेंगे। इस अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘‘अभय कुरुविला के साथ लागू हुआ नियम मोहंती पर भी लागू होगा। देबू (मोहांती) को 2019 की शुरुआत में जूनियर पैनल में सीओए द्वारा शामिल किया गया था और देवांग गांधी का कार्यकाल पूरा होने पर वह सीनियर समिति में आये थे।’’
2020 में चेतन शर्मा बने थे चयन समिति के अध्यक्ष
गौरतलब है कि 24 दिसंबर 2020 को बीसीसीआई की नई चयन समिति का ऐलान हुआ था और उस वक्त भारत के लिए वर्ल्ड कप में पहली हैट्रिक लेने वाले गेंदबाज चेतन शर्मा को इसका प्रमुख बनाया गया था। जबकि देबाशीष मोहंती और अभय कुरुविला की भी इस समिति में जगह दी गई थी।