Team India: भारतीय क्रिकेट टीम पिछले कई सालों से एक परफेक्ट तेज गेंदबाजी यूनिट के तलाश में है। यही कारण है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पिछले महीने के अंत में अपने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान करते वक्त एक बड़ा फैसला लिया था। जहां पांच खिलाड़ियों को तेज गेंदबाजी कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था। ऐसा पहली बार हुआ जब इस तरह के किसी कॉन्ट्रैक्ट को बीसीसीआई ने शामिल किया।
इन पांच खिलाड़ियों में आकाश दीप, विजयकुमार विशक, उमरान मलिक, यश दयाल और विदवथ कावेरप्पा का नाम शामिल था। 28 फरवरी को जब बीसीसीआई ने इस तरह के कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान किया था तब उन्होंने इस मामले पर अधिक जानकारी नहीं दी थी। अब सवाल यह था कि भला इन खिलाड़ियों की बीसीसीआई की ओर से क्या फायदे मिलेंगे।
खिलाड़ियों को मिलेगा खास लाभ
क्रिकबज के रिपोर्ट के अनुसार पता चला है कि इन पांच तेज गेंदबाजों को नेशनल क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में जाने का पूरा एक्सस होगा, आपको बता दें कि यह अधिकार सिर्फ सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट वाले खिलाड़ियों के पास होता है। अब ये पांचों गेंदबाज बिना किसी लागत के अकादमी में ट्रेनिंग ले सकेंगे, रिहैब कर सकेंगे और अन्य सुविधाओं का उपयोग कर सकेंगे। एनसीए द्वारा उनका बीमा कराया जा सकता है। एनसीए नियमों के अनुसार, गैर-अनुबंधित खिलाड़ी भी इसकी सुविधाओं का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन केवल अपने संबंधित राज्य बोर्ड की सिफारिश पर। इसके अलावा, राज्य बोर्ड को उस खिलाड़ी के खर्चों को भी वहन करना जरूरी होगा।
क्या पड़ी इस कॉन्ट्रैक्ट की जरूरत
बीसीसीआई के इस खास फैसले के बाद अब तेज गेंदबाजी कॉन्ट्रैक्ट रखने वाले गेंदबाज अपने राज्य बोर्ड पर निर्भर नहीं रहेंगे। उमरान मलिक, आकाश दीप सिंह, विजयकुमार विशक, यश दयाल और कावेरप्पा किसी भी अन्य सेंट्रल कॉन्ट्रैक्टेड खिलाड़ी की तरह सीधे एनसीए जा सकते हैं। इस नए कॉन्ट्रैक्ट को शुरू करने के पीछे का मकसद भारतीय टीम के लिए तेज गेंदबाजों की बेंच स्ट्रेंथ तैयार करना है।
ज्यादा क्रिकेट मैचों के कारण गेंदबाजों को बार-बार चोटों का सामना करने के साथ, टीम सेलेक्टर्स और बीसीसीआई को किसी भी समय नेशनल टीम में कदम रखने के लिए आसानी से उपलब्ध खिलाड़ियों का एक पूल बनाने की जरूरत महसूस हुई। यही कारण है कि बीसीसीआई ने इस बार ये कदम उठाया। बीसीसीआई ने इन खिलाड़ियों के लिए किसी प्रकार की सैलरी की घोषणा नहीं की है। हालांकि, ऐसी अटकलें हैं कि इन गेंदबाजों के लिए रिटेनरशिप सी ग्रेड के खिलाड़ियों के बराबर हो सकती है, जो पिछले साल जारी कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार 1 करोड़ रुपए है।
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