Highlights
- रोजर बिन्नी का अगला बीसीसीआई अध्यक्ष बनना तय
- सौरव गांगुली ने आईपीएल चेयरमैन का पद ठुकराया
- बीसीसीआई के सभी पदों पर निर्विरोध निर्वाचन की संभावना
BCCI Election: भारत के 1983 वर्ल्ड चैंपियन टीम के सदस्य रहे रोजर बिन्नी ने मंगलवार को बीसीसीआई अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भर दिया। सूत्रों से मिल रही खबरों के मुताबिक पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज इस पद के लिए नामांकन भरने वाले अकेले शख्स हैं। यानी उन्हें सौरव गांगुली की जगह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का निर्विरोध अध्यक्ष चुना जा सकता है। बिन्नी 18 अक्टूबर को मुंबई में होने वाली बीसीसीआई की वार्षिक आम सभा में पद संभाल सकते हैं।
रोजर बिन्नी का BCCI अध्यक्ष बनना लगभग तय
वह 67 साल के हैं यानी क्रिकेट प्रशासन का लंबा अनुभव रखने वाले रोजर बिन्नी तीन साल का कार्य अवधि के पूरे होने पर 70 साल के होंगे, जिसके बाद उन्हें 2025 में ऑटोमेटिक रिटायर होना पड़ेगा। वह कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ में कई पदों पर रह चुके हैं, जबकि 2019 से वह अध्यक्ष हैं।
अनुराग ठाकुर के भाई होंगे अगले IPL चेयरमैन
बीसीसीआई के अलग-अलग पांच महत्वपूर्ण पदों के लिए नामांकन दाखिल किए गए। खास बात ये कि इसमें से सभी पांच पदों के लिए कोई चुनाव होने की उम्मीद नहीं है। 2019 से आईपीएल चेयरमैन पद संभाल रहे बृजेश पटेल का पद अब अरुण धूमल संभालेंगे। धूमल गांगुली प्रशासन में कोषाध्यक्ष हैं और पूर्व बोर्ड अध्यक्ष और मौजूदा खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के भाई हैं। पटेल को यह पद छोड़ना पड़ेगा क्योंकि वह 24 नवंबर को वह 70 साल के हो जाएंगे। बीसीसीआई संविधान के मुताबिक कोई भी अधिकारी या प्रशासक 70 साल तक की उम्र तक ही पद पर बना रह सकता है। 2017-19 तक मुंबई क्रिकेट संघ के अध्यक्ष रह चुके आशीष शेलार बोर्ड के कोषाध्यक्ष होंगे जबकि अभी असम क्रिकेट संघ के सचिव देवाजीत सैकिया संयुक्त सचिव बनेंगे।
सौरव गांगुली ने IPL चेयरमैन का पद ठुकराया
बीसीसीआई सूत्र के मुताबिक, सौरव गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष पद पर बने रहने के इच्छुक थे लेकिन उन्हें बताया गया कि बोर्ड अध्यक्ष पद को दूसरा कार्यकाल देने का चलन नहीं है। बीसीसीआई सूत्रों ने कहा, ‘‘ सौरव को आईपीएल के चेयरमैन पद की पेशकश की गई थी लेकिन उन्होंने बड़ी शालीनता से इसे नामंजूर कर दिया। उनका तर्क था बीसीसीआई अध्यक्ष बने रहने के बाद वह उसकी उप समिति का प्रमुख नहीं बन सकते। उन्हें पद पर बने रहने में दिलचस्पी दिखाई थी।’’ धूमल के मामले में निर्णयकर्ताओं ने गांगुली के फैसले का इंतजार किया और जब उन्होंने आईपीएल चेयरमैन बनने से इनकार कर दिया तो उन्होंने हिमाचल प्रदेश के रहने वाले धूमल को यह पद सौंप दिया।