बांग्लादेश की क्रिकेट टीम पिछले कुछ सालों में एक नया मुकाम हासिल कर चुकी है। अब यह वो टीम नहीं है जिसे एसोसिएट नेशन्स की तरह कमजोर समझा जाए। पिछले कुछ वक्त में इस टीम ने दुनिया की लगभग हर दिग्गज टीम को हरा दिया है। वहीं वनडे क्रिकेट में यह टीम अलग ही लय में नजर आती है और फिर अगर आंकड़ें उनके घर के हों तो वहां तो यह टीम शेर है। बांग्लादेश क्रिकेट टीम का अपने घर पर वनडे की द्विपक्षीय सीरीज में शानदार रिकॉर्ड है। 2014 से 2022 तक टीम ने कुल 14 सीरीज घर पर खेली हैं लेकिन हार सिर्फ एक बार ही मिली है।
इतना भीषण रिकॉर्ड देख कौन कहेगा कि यह बांग्लादेश की टीम है। बांग्लादेश ने अपनी सरजमीं पर पिछले 8 सालों में कई बड़ी टीमों को हराया है। भारत को जहां उसने अब दूसरी बार वनडे सीरीज में मात दी है तो वहीं पाकिस्तान और वेस्टइंडीज का यह टीम 3-0 से सूपड़ा भी साफ कर चुकी है। इसके अलावा श्रीलंका, अफगानिस्तान और जिम्बाब्वे की टीमें भी इस दौरान बांग्लादेश को उसके घर में वनडे सीरीज नहीं हरा पाई हैं। बांग्लादेश को एकमात्र हार 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ 1-2 से मिली थी। वहीं पिछले 6 साल से टीम उसके बाद से कभी नहीं हारी है और लगातार सात वनडे सीरीज अपने नाम कर चुकी है।
बांग्लादेश ने घर पर जीती लगातार 7वीं वनडे सीरीज
- vs जिम्बाब्वे (2018-19): बांग्लादेश 3-0 से जीता
- vs वेस्टइंडीज (2018-19): बांग्लादेश 2-1 से जीता
- vs जिम्बाब्वे (2019-20): बांग्लादेश 3-0 से जीता
- vs वेस्टइंडीज (2020-21): बांग्लादेश 3-0 से जीता
- vs श्रीलंका (2021): बांग्लादेश 2-1 से जीता
- vs अफगानिस्तान (2021-22): बांग्लादेश 2-1 से जीता
- vs भारत (2022-23): बांग्लादेश 2-0 से अजेय बढ़त (आखिरी वनडे बाकी)
बांग्लादेश के यह आंकड़े बता रहे हैं कि उनकी टीम अपने घर पर खासतौर से वनडे फॉर्मेट में कितनी मजबूत है। भारत के खिलाफ भी मौजूदा सीरीज में टीम ने गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग तीनों विभाग में शानदार प्रदर्शन किया है। दोनों मैचों में टीम के लिए जीत के हीरो मेहिदी हसन जरूर रहे, लेकिन अनुभवी शाकिब अल हसन (गेंद और बलले दोनों से), महमुदुल्लाह (बल्लेबाजी) और युवा पेसर इबादत हुसैन ने भी शानदार खेल दिखाया है। पहला वनडे बांग्लादेश ने 1 विकेट से जीता था तो दूसरे मैच में 5 रन से करीबी जीत हासिल कर टीम ने अपने घर पर भारत को दूसरी बार वनडे सीरीज में हराया। इससे पहले 2015 में एमएस धोनी की कप्तानी में यहां भारत 2-1 से हारा था।